PFI Ban: केंद्र सरकार ने पीएफआई को 5 साल के लिए किया बैन, जानिए क्या है वजह

PFI Ban : केंद्र सरकार द्वारा बुधवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI पर सबसे बड़ा एक्शन लिया गया है। गृह मंत्रालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उससे जुड़े 8 संगठनों पर 5 साल के लिए बैन लगा दिया है। सरकार ने UAPA कानून के तहत यह कार्रवाई की है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, PFI के काडर आतंकी और हिंसक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। उनके ISIS जैसे आतंकी संगठनों से संबंध हैं और एक समुदाय को कट्टर बनाने का गुप्त एजेंडा चला रहे थे।

PFI Ban: सरकार ने पीएफआई के अलावा रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), रिहैब फांउडेशन केरल नेशनल विमेंस फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन पर भी प्रतिबंध लगाया है। सरकार के इस कदम ने साफ कर दिया है कि देश को किसी भी रूप में नुकसान पहुंचाने का इरादा रखने वाले संगठनों को छोड़ा नहीं जाएगा। PFI पर बैन का मुस्लिम संस्था के अलावा भारतीय जनता पार्टी ने स्वागत किया है।

PFI के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की आशंकाएं के चलते पिछले कई दिनों से सरकारी एजेंसियों ने संस्था पर नकेल कसी हुई थी। ईडी और एनआईए ने देश भर में संस्था के तमाम ठिकानों पर छापे मारे, जिसको लेकर बड़े स्तर पर विरोध भी देखने को मिला। मंगलवार को भी सरकार की पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई जारी रही। कल सात राज्यों में स्थानीय पुलिस और आतंकरोधी दस्ते ने पीएफआइ से जुड़े ठिकानों पर छापा मारा और इससे जुड़े 170 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद इनमें से कई को गिरफ्तार भी किया गया है। इससे पहले गुरुवार को एनआइए के नेतृत्व में 15 राज्यों में 93 स्थानों पर छापेमारी हुई थी।

योगी सरकार की कैबिनेट बैठक आज, कई अहम प्रस्तावों को मिल सकती है मंजूरी।

PFI पर हुआ बहुत बड़ा खुलासा
जांच में यह बात सस्मने आई है कि फंडिंग के लिए जमाखातों के नाम ये हिंदी या संस्कृत में रखते हैं जिससे सबको लगे कि किसी संघ के या हिंदू संगठन से पैसे आए हैं। पैरवी और घुसपैठ के लिये दलित वकीलों को अपने पैनल पर रखते हैं ताकि दलित मुस्लिम वाला कार्ड खेल सकें। PFI के जाकिर नाइक से भी संबध मिले हैं।

सोमवार रात शुरू हुई थी छापेमारी
PFI Ban : पीएफआई के खिलाफ बीते गुरुवार हुए छापेमार कार्रवाई में मिले दस्तावेजों और गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ के बाद मिली जानकारी राज्यों के साथ साझा की गई। इसी के आधार पर सात राज्य – उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, असम और मध्य प्रदेश में स्थानीय पुलिस और आतंकरोधी दस्ते ने सोमवार-मंगलवार आधी रात को एक साथ छापे मारे। छापेमारी रात को लगभग 12.30 बजे शुरू हुई और अधिकतर जगहों पर सुबह तक पूरी कर ली गई। इस कार्रवाई में सबसे अधिक 75 लोगों को कर्नाटक से हिरासत में लिया गया है।

Petrol Price Today: कच्चे तेल के दाम में ग‍िरावट, जान‍िए आज क्या है पेट्रोल-डीजल के भाव

LIVE TV