सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो पटेल नेता के अरोपों की जांच : आप

पाटीदार नेतानई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में पाटीदार नेता के आरोपों की जांच करने की मांग की। पाटीदार नेता ने आरोप लगाया था कि गुजरात में भाजपा में शामिल होने के लिए उन्हें एक करोड़ रुपये देने की पेशकश की गई थी। आम आदमी पार्टी गुजरात सरकार और केंद्रीय जांच ब्यूरो पर भरोसा नहीं करती है और पार्टी का मानना है कि केवल सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में ही जांच साबित हो सकती है। भाजपा के गुजरात यूनिट के अध्यक्ष जितुभाई वाघानी को निर्देश दिए गए थे कि वे पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता नरेंद्र पटेल को पैसे दें, जिसमें 10 लाख रुपये टोकन मनी थे।

आप नेता ने यहां मीडिया को बताया, “इससे यह पता चलता है कि भाजपा गुजरात में चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है और यह भाजपा का असली चेहरा है।”

उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा आप नेता दिनेश मोहनिया को 2014 में चार करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी, लेकिन उनकी पार्टी द्वारा शिकायत किए जाने के बाद भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।

उत्तरी गुजरात के पाटीदार नेता नरेंद्र पटेल ने रविवार को भाजपा पर उन्हें पैसे देकर खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया था और सबूत के रूप में उन्होंने करेंसी नोट भी दिखाए थे।

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उन्होंने कहा कि शनिवार को भाजपा में शामिल हुए पाटीदार नेता वरुण पटेल, वाघानी और अन्य भाजपा नेताओं ने रविवार को उनसे मिलकर एक करोड़ रुपये की पेशकश की थी।

सीबीआई के विशेष निदेशक के रूप में राकेश अस्थाना की नियुक्ति को लेकर आशुतोष ने कहा कि यह सर्वोच्च न्यायालय के गाईड लाइन का हनन है।

उन्होंने कहा, “साढ़े तीन साल में भाजपा की तरह सीबीआई का किसी ने दुरुपयोग नहीं किया।”

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उन्होंने कहा कि अस्थाना की निष्पक्षता को लेकर कथित तौर पर केंद्रीय सतर्कता आयोग को संदेह था।

आप नेता ने कहा कि उन्होंने नियुक्ति को रद्द करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय से आग्रह किया था।

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