पाकिस्तान ने पार की अपने घिनौनेपन की सारी हदें, भारत के ठेकेदारों को नहीं है राजनीति से फुर्सत
जम्मू| एक तरफ जहां हर दिन देश के जवान सीमा पर अपनी जान गवां रहे हैं वहीँ दूसरी तरफ देश के राजनेता शांति बहाली का राग अलाप रहे हैं। किसी भी जवान की मौत पर बस शोक संवेदना से ज्यादा कुछ नहीं किया जाता। अगले ही दिन देश उनको भूल कर फिर ऑंखें बंद करके सोने लगता है। राजनेताओं को अपनी राजनीति और कुर्सी बचाने से फुर्सत नहीं मिल रही है। सब कुछ देख के तो ऐसा लग रहा है कि देश में राजनीति ही सबकुछ हो गयी है।
आरएस पुरा सेक्टर से मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से गायब हुए बीएसएफ जवान नरेंद्र कुमार का शव कल (मंगलवार) शाम को ही बरामद कर लिया गया था। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तानी सैनिकों ने नरेंद्र को गोली मारने के बाद उनका गला भी रेत दिया था। इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तथा नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सीमा सुरक्षा बल ने अपने समकक्ष पाकिस्तान रेंजर्स के सामने यह मुद्दा उठाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार के शरीर में तीन गोलियों के निशान भी मिले हैं। लापता होने के छह घंटे बाद उनका शव भारत पाक बाड़ (फेंसिंग) के आगे मिला था।
शव पर कई स्थान पर काटने के निशान मिले हैं। आंखों को निकालने की कोशिश की गई है। नजदीक से तीन गोलियां भी मारी गई हैं। जवान की शिनाख्त नरेंद्र कुमार निवासी कला गांव सोनीपत (हरियाणा) के रूप में हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बीएसएफ ने इस बर्बर कार्रवाई पर पाकिस्तान से कड़ा विरोध जताया है। एक एजेंसी के साथ बातचीत में बीएसएफ का कहना है कि यह घटना तब हुई, जब बीएसएफ के जवान टैक्टिकल पेट्रोलिंग कर रहे थे।
जवान के पार्थिव शरीर का पोस्टमार्टम कर दिया गया है, लेकिन शव परिवार को सौंपा गया या नहीं? इसके लिए कोई श्रद्धांजलि समारोह हुआ या नहीं? इस पर बीएसएफ ने चुप्पी साध रखी है। पोस्टमार्टम भी किसी अस्पताल की जगह बीएसएफ की कंदराल पोस्ट पर हुआ है।