सिंह साहब नहीं बनेंगे ‘सरदार’, पीएमओ ने दिखाया बाहर का रास्ता

ओपी सिंहनई दिल्ली। योगी सरकार ने ओमप्रकाश सिंह को उत्तर प्रदेश के डीजीपी के पद के लिए नियुक्त किया था। वो केंद्र में डेप्युटेशन पर थे और बतौर सीआईएसएफ के डीजी के पद पर काम कर रहे थे।

लेकिन ओपी सिंह के नाम से फेमस ओमप्रकाश सिंह का नाम अब बाहर हो गया है। दरअसल, ओपी सिंह को 3 जनवरी 2018 को अपना पद संभालना था, लेकिन उस दिन के बाद से ही उन्होंने अपने नए पद को नहीं संभाला।

तय समय के अनुसार पद का कार्यभार ना संभाले जाने के वजह से ही ओपी सिंह का नाम यूपी के डीजीपी पद से पीएमओ ने बाहर कर दिया गया है।

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बता दें कि सीआईएसएफ के डीजी पद पर तैनात रहे ओपी सिंह को वक्त-वक्त पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां मिलती रहीं हैं। महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के साथ सीआईएसएफ में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, अति महत्वपूर्ण व्यक्ति (VIP) सुरक्षा, आपदा प्रबंधन तथा हैती में यूएन की सशस्त्र व पुलिस यूनिट (FPU) स्थापना की सुरक्षा करने जैसे कार्य भी हाल ही इन्हें सौंपे गए थे।

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ओपी सिंह 1983 बैच के आईपीएस अफसर हैं। ओपी सिंह अल्मोड़ा (अब उत्तराखंड में), खीरी, बुलंदशहर, लखनऊ, इलाहाबाद और मुरादाबाद के एसएसपी रह चुके हैं। खीरी में उनका सबसे लंबा कार्यकाल डेढ़ वर्ष रहा। सबसे पहले बतौर ट्रेनी एएसपी वाराणसी में उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी।

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