एक बार फिर ‘तानाशाह’ से मिलने की उम्मीद में ट्रंप’, जल्द मिलने की जतायी इच्छा

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि जल्द ही उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से उनकी मुलाकात होगी। इसके साथ ही उन्होंने 1950-1953 के दौरान कोरियाई युद्ध में मारे गए अमेरिकी सैनिकों के अवशेष वापस भेजने पर किम का शुक्रिया अदा किया।

डोनाल्ड ट्रंप

ट्रंप ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा, “अपने शब्दों पर कायम रहने और हमारे प्यारे व महान सैनिकों के अवशेषों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए चेयरमैन किम आपका शुक्रिया। मुझे इसमें आश्चर्य नहीं हुआ कि आपने इस तरह का कार्य किया।”

समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने यह भी खुलासा किया कि बुधवार को हवाई स्थित अमेरिकी नौसेनिक हवाईअड्डे पर्ल हार्बर में सैनिक के अवशेष रखे 55 बॉक्स के साथ किम ने एक पत्र भी भेजा है।

ट्रंप ने कहा, “बेहतरीन पत्र के लिए भी धन्यवाद-मुझे आपसे मुलाकात का इंतजार रहेगा।”

ट्रंप और किम के बीच सिंगापुर में 12 जुलाई को ऐतिहासिक वार्ता हुई थी।

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दोनों नेताओं के बीच कोरियाई प्रायद्वीप में निरस्त्रीकरण के अलावा अमेरिका के लापता 5300 सैनिकों की तलाशी शुरू करने को लेकर चर्चा हुई थी।

उत्तरी कोरिया ने 27 जुलाई को अमेरिका को 55 सैनिकों के अवशेष लौटा दिए थे। अमेरिका ने इन अवशेषों का दक्षिण कोरिया के सैन्य शिविर में प्रारंभिक जांच के लिए रखा था, जिसके बाद इन अवशेषों को बुधवार को अमेरिका की धरती पर लाया गया।

इस अवसर पर यहां देश के उपराष्ट्रपति माइक पेंस की अध्यक्षता में एक समारोह आयोजित किया गया था।

ट्रंप पर्ल हार्बर में मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने ट्वीट कर कहा, “बहुत ही शानदार समारोह। अमेरिकी कोरियाई युद्ध में मारे गए लोगों के अवशेष अमेरिकी धरती पर पहुंचा।”

उत्तर कोरिया में लापता हुए सैनिकों की पहचान के लिए अमेरिका ने डीएनए परीक्षण के जरिए 55 सैनिकों की पहचान का मुश्किल काम शुरू किया है। इस प्रक्रिया में महीनों या वर्षो लग सकते हैं।

हवाई में पेंटागन का एक प्रयोगशाला है जिसे दशकों पूर्व मारे गए सैनिकों की पहचान में विशेषज्ञता हासिल है।

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