उत्तर कोरिया में भूकंप के बीच तानाशाह के हाइड्रोजन बम परिक्षण की बातें तेज़, क्या फिर से किया गया टेस्ट?
नई दिल्ली। आज के समय सभी देश अपनी ताकत दिखाने में जुटे हैं। इसकी वजह दुनिया में बढ़ रही आपसी प्रतिस्पर्धा को माना जा सकता है। ताकत के पुरजोर प्रदर्शन में एक ऐसा भी देश है जोकि सभी मुल्कों से अलग दिखने की चाह रखता है। दरअसल हम बात कर रहे हैं उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग के बारे में जोकि आए दिन अपने मिसाइल परिक्षण से अन्य देशों में खौफ पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
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अब खबर है कि एक बार फिर से उत्तर कोरिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके साथ ही उत्तर कोरिया द्वारा एक बार फिर हाइड्रोजन बम परीक्षण करने की बात कही जा रही है। हालांकि दक्षिण कोरिया का बयान आया है कि यह एक प्राकृतिक भूकंप था।
वहीं चीन के भूकंप प्रशासन के अनुसार भूकंप की तीव्रता 3.4 थी। इसके अलावा यह भूकंप 8:30 जीएमटी के समय जीरो किलोमीटर की गहराई पर आया है।
वहीं दक्षिण कोरिया के मौसम विभाग के अनुसार यह कुदरती भूकंप मालूम पड़ता है।
बता दें इस घटना के बाद से यह सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि इस भूकंप की वजह कहीं उत्तर कोरिया तो नहीं, क्या उसके द्वारा एक बार फिर हाइड्रोजन बम परीक्षण किया गया है।
चीनी न्यूज एजेंसी के मुताबिक भूकंप का केंद्र लगभग वही था जो हाइड्रोजन बम के परिक्षण के समय था। एजेंसी के अनुसार भूकंप का केंद्र भी उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण स्थल के करीब था।
बता दें कि सितंबर के शुरुआत में अमेरिका समेत संयुक्त राष्ट्र के चेतावनियों और प्रतिबंधों को दरकिनार कर उत्तर कोरिया ने छठवीं बार घातक बम का परीक्षण किया था। उस दौरान उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण केंद्र के नजदीक 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
इस परिक्षण की दुनियाभर में कड़ी आलोचना हुई थी, लेकिन उत्तर कोरिया पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा था।
अमेरिका का रवैया हुआ और भी सख्त..
कुछ दिनों पहले ट्रम्प ने कोरिया के हरकतों पर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि अगर उत्तर कोरिया का रवैया नहीं बदलता है, तो उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा था कि उत्तर कोरिया समय रहते नहीं सुधरता है, तो अमेरिका की तरफ से इतने बम मारे जायेंगे कि वह देश ख़ाक हो जायेगा।