आज देश मना रहा नेशनल प्रेस डे, जानिए इसका इतिहास

नेशनल प्रेस डेनई दिल्ली। आज राष्‍ट्रीय प्रेस दिवस है, प्रत्येक वर्ष 16 नवम्बर को राष्‍ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत में एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस की मौजूदगी का प्रतीक है। विश्व में आज लगभग 50 देशों में प्रेस परिषद या मीडिया परिषद है।

भारत में प्रेस को ‘वाचडॉग’ एवं प्रेस परिषद इंडिया को ‘मोरल वाचडॉग’ कहा गया है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस, प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कहा कि स्वतंत्र प्रेस जीवंत लोकतंत्र की आधारशिला है और हम प्रेस की आजादी तथा सभी रूपों में इसकी अभिव्यक्ति को बनाए रखने के लिए वचनबद्ध हैं।

मोदी ने ट्वीट करते हुए उम्मीद जताई कि मीडिया देश के 125 करोड़ भारतीयों के कौशल, शक्ति और उनकी रचनात्मकता को अधिक से अधिक स्थान देगा। वर्तमान समय में हम सोशल मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता को देख रहे हैं और लोगों में मोबाइल फोन के जरिए समाचारों को प्रति रूझान बढ़ा है।

मैं आश्वस्त हूं कि इस क्षेत्र में होने वाली तरक्की से मीडिया की लोगों तक पहुंच बढ़ेगी और मीडिया अधिक लोकतांत्रिक एवं सहभागी बनेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जिनकी समस्याओं को कोई नहीं उठाता था मीडिया ने उन्हें आवाज देकर सराहनीय भूमिका निभाई है।

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पिछले तीन वर्षों के दौरान मीडिया ने स्वच्छ भारत अभियान को और मजबूती दी है और स्वच्छता संदेश को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर मीडिया के सभी मित्रों को मेरी ओर से बधाई।

भारत में प्रेस आयोग

प्रथम प्रेस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एवं पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उद्देश्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी।

परिणाम स्वरूप 4 जुलाई, 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई, जिसने 16 नवम्बर, 1966 से अपना विधिवत कार्य शुरू किया। तब से लेकर आज तक प्रतिवर्ष 16 नवम्बर को ‘राष्ट्रीय प्रेस दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

उद्देश्य

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पत्रकारों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से स्वयं को फिर से समर्पित करने का अवसर प्रदान करता है।

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