मुस्लिम छात्राओं ने बताया सपा को बेहतर, कहा- विकास जाति और धर्म से है परे

दिलीप कुमार

उत्तर प्रदेश विधान सभा 2022 चुनाव का आखिरी चरण का मतदान 7 मार्च को होना है। सातवें के चरण के अन्तर्गत आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर समेत कुल नौ जनपदों में चुनाव होना है। ऐसे में एक ओर जहां राजनीतिक दलों को जहां चुनाव कैंपेनिंग से फुर्सत मिलने वाला है, तो वहीं दूसरी ओर मतदान करने वाले मतदाताओं को वोट देने के बाद त्वरित चुनाव परिणाम पर नजरें टिकी है।

हर चरण के भांति इस चरण के भांति इस चरण में जो मतदाता पहली बार मतदान करने वाले हैं, उनके अंदर किस तरह की राजनीतिक चेतना जगी है, उसका छोटा सा नमूना सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आजमगढ़ के सिबली चौराहे के पास मिर्जा स्टडी सेंटर स्थिति है। इस सेंटर में अध्ययन करने वाली कुछ छात्राओं ने चुनाव को लेकर अपने बयान दिए हैं। ये छात्राएं पहली बार वोटिंग करने वाली हैं और ये अभी बीएसी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं।

छात्रों के समूह का बातचीत के दौरान शिक्षा और विकास जैसे दो मुद्दों पर ज्यादा फोकस रहा। उस ग्रूप में से अरिशा जमाली ने कहा कि युवा शिक्षित होंगे तभी देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। देश का विकास तभी होगा जब शिक्षा सभी के लिए सस्ती होगी।

दूसरी छात्रा सानुबी जो भविष्य में अपने आपको डॉक्टर के रूप में देखना चाहती हैं। उन्होंने कोरोना के समय को याद करते हुए कहा कि सरकार को स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान देना चाहिए। हम सभी ने कोरोना के दूसरी लहर में देखा था कि हमारी स्वस्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बेनकाब हो गया था। ये आम लोगों के जीवन को बचाने में विफल हो गया था।

सुबानी ने राजनीत में महिलाओं के महत्ता को स्पष्ट किया और कहा कि सपा ने महिलाओं के लिए बहुत कुछ किया है लेकिन मैं अखिलेश यादव के जातिगत राजनीति से असहमत हूं। उन्होंने आगे कहा कि अगर भविष्य में महिलाओं के नेतृत्व वाली पार्टी आती है तो मैं अपनी पसंद बदल दूंगी।
सुबानी ने अखिलेश को बेहतर बताते हुए कहा कि वो ना तो ओवैसी की तरह पक्के मुस्लिम हैं और ना ही बीजेपी की तरह हिंदूत्ववादी हैं। अगर वो सत्ता में आते हैं तो सभी का विकास सुनिश्चित करेंगे। सूबानी ने अपने आप को धर्मवाद से परे रखते हुए कहा कि मै औवैसी को वोट दूंगी सिर्फ इस लिए कि मै मुस्लिम हूं, यह सरासर गलत होगा। मै केवल मुस्लमाने के विकास के बारे में नहीं सोच सकती हूं। विकास जाति और धर्म से परे है जो कि सभी तक पहुंचना चाहिए।

समूह में खड़ी तीसरी छात्रा सदफ सिद्दकी योगी सरकार की समीक्षा करते हुए कहती है कि बीजेपी इस लिए विफल हो गई क्योंकि बीजेपी देश भर में धर्मनिरपेक्षता को समाप्त करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। वे केवल मुस्लमानों के बारे में बात करते हैं। सीएम कहते हैं कि 10 मार्च को देख लेंगे। वह 80 बनाम 20 की बात करते हैं। सदफ सिद्दकी बीजेपी पर ध्रूवीकरण का आरोप लगाते हुए कहती हैं कि वो चुनाव प्रचार में मुस्लिमों को सिर्फ इस लिए टारगेट कर रहे हैं क्योंकि वो हिंदुओं का वोट पा कर चुनाव जीत सकें।

बता दें कि विधान सभा 2017 के चुनाव में सपा को आजमगढ़ में 10 में से 5 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि वहीं बीएसपी को 4 और बीजेपी केवल एक सीट में सिमट कर रह गई थी। इस बार सपा नें आठ बार के विधायक रहे दुर्गा प्रसाद यादव को सदर विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है। इसी विधानसभा क्षेत्र में शिबली भी पड़ता है।

LIVE TV