मुलायम सिंह यादव के एनकाउंटर का दिया गया था आदेश, जान बचाने लिए साइकिल से भागे

यूपी की राजनीति में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का चाहे जितना दबदबा रहा हो पर एक समय ऐसा भी था जब उनके एनकाउंटर (Encounter) के लिए आदेश जारी कर दिए गए थे। आज 22 नवंबर को मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन (Birthday) है और इसी मौके पर आज हम आपको मुलायम सिंह यादव से जुड़ा एक इंटरेस्टिंग किस्सा बताने जा रहे हैं।

मुलायम सिंह के एनकाउंटर के आदेश-
1981 से 1982 के मध्य देश के जाने-माने अखबार इंडियन एक्सप्रेस में एक खबर छपी थी, जिसके अनुसार देश के पूर्व प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के सीएम रहे विश्वनाथ प्रताप सिंह ने मुलायम सिंह के एनकाउंटर के आदेश जारी किए थे। ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि विश्वनाथ प्रताप सिंह का कहना था कि मुलायम सिंह के डकैतों से रिश्तें थे। साथ ही साथ इन पर हत्या का भी आरोप था। जिस कारण यूपी पुलिस को एनकाउंटर के आदेश दिए गए।

ऐसे बचाई मुलायम सिंह यादव ने अपनी जान-
जानकारी के मुताबिक यूपी पुलिस के माध्यम से ये सूचना मुलायम सिंह तक पहुंच गई थी, जिसके बाद मुलायम ने अपनी जान बचाने के लिए किसी गाड़ी-घोड़े से नहीं बल्कि साइकिल से ही इटावा के लिए फरार हो गए। गांवों और खेतों के रस्ते, किसी न किसी तरह दिल्ली तक पहुंचे। दिल्ली पहुंचकर वे सबसे पहले चौधरी चरण सिंह के घर गए और उनके पैर पकड़ लिए। उनसे कहा कि वीपी सिंह ने पुलिस को मेरे एनकाउंटर का आदेश दे दिया है। किसी भी तरह मेरी रक्षा कीजिए।


उत्तर प्रदेश पुलिस मुलायम सिंह की तलाश में थी। पुलिस को मुलायम सिंह के इस तरह भागने की भनक तक नहीं हुई थी। जब चौधरी चरण सिंह के पास मुलायम गए तो उन्होंने अपनी पार्टी में उत्तर प्रदेश विधान मंडल दल का नेता मुलायम सिंह को बना दिया।
इस बात की घोषणा होते ही जो पुलिस मुलायम का एनकाउंटर करने वाली थी, वही पुलिस उनकी सुरक्षा में लग गई।

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