
फिल्म– अनारकली ऑफ आरा
रेटिंग– 3
सर्टिफिकेट– U/A
अवधि– 2 घंटे 15 मिनट
स्टार कास्ट– स्वरा भास्कर, पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा
डायरेक्टर– अविनाश दास
प्रोड्यूसर– संदीप कपूर, प्रिया कपूर
म्यूजिक– रोहित शर्मा
कहानी– बिहार के आरा जिले के एक छोटे से मोहल्ले में रहने वाली लोक गायिका और डांसर अनारकली (स्वरा भास्कर) ने बचपन से ही अपनी मां को स्टेज पर गाते और डांस करते देखा। अनाकली की मां की मौत के 12 साल बाद अनार जब बड़ी होती है तो रंगीला (पकंज त्रिपाठी) के ऑर्केस्ट्रा ग्रुप में शामिल हो जाती है। अनारकली इस ग्रुप की नंबर वन टॉप सिंगर, डांसर है रंगीला के ग्रुप के साथ अनारकली स्टेज पर जब ठुमके लगाती हैं तो स्टेज पर नोटों की बारिश होने लगती है। इसी बीच एक दिन पुलिस थाने में हो रहे फंक्शन के दौरान चीफ गेस्ट बनकर पहुंचे आरा के विश्वविधालय के वीसी और स्टेट के चीफ मिनिस्टर के खास माने जानेवाले धर्मेन्द्र चौहान (संजय मिश्रा) का दिल अनारकली पर आ जाता है।
चौहान स्टेज पर पब्लिक के सामने ही अनारकली के साथ अश्लील हरकतें शुरू कर देते हैं। थाना परिसर में हो रहे इस फंक्शन में चौहान की अश्लील हरकतें जब हद से ज्यादा बढ़ जाती हैं तो अनारकली उसे सबके सामने एक थप्पड़ जड़ देती हैं। इस थाने का एसएचओ बुलबुल पांडे (विजय कुमार) मिनिस्टर का खास है, स्टेज पर पब्लिक के बीच एक नाचने वाली से थप्पड़ खाने के बाद चौहान अब किसी भी कीमत पर अनारकली को हासिल करना चाहता है। ऐसे में किस तरह अनारकली, चौहान और लोकल पुलिस से बचकर दिल्ली आ जाती है। इसी आधार पर कहानी अपने अंजाम तक पहुंचती है।
एक्टिंग– स्वरा भास्कर की एक्टिंग ने फिल्म में जान डाल दी है। उन्होंने अपने किरदार को बखूब निभाया है। संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी की एक्टिंग भी काफी अच्छी है।
म्यूजिक– फिल्म की कहानी पर सटीक बैठने वाले गाने दर्शकों का दिल जीतने में असफल रहे।
डायरेक्शन– डायरेक्शन बिलकुल नए अंदाज से किया गया है। लोकेशन फिल्म की कहानी के हिसाब से बिल्कुल सटीक बैठती है। फिल्म की कहानी दर्शक को बांधे रखने में सफल होती है।
देखें या नहीं– स्वरा की जबरदस्त एक्टिंग देखने के लिए सिनेमाघर जा सकते हैं।