उत्तर प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने तक पूरे राज्य में रफ्तार पकड़ ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिमी यूपी के बचे हुए हिस्सों में भी मानसून के पूरी तरह छा जाने की घोषणा की है।

बुधवार के लिए तराई और बुंदेलखंड के 14 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, और रामपुर में भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। इसके अलावा, 70 से अधिक जिलों में गरज-चमक, आकाशीय बिजली, और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाओं की चेतावनी दी गई है। मंगलवार को हमीरपुर, प्रतापगढ़, कानपुर, औरैया, जौनपुर, और सुल्तानपुर में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग की चेतावनी
लखनऊ के आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक ट्रफ लाइन और कम दबाव का क्षेत्र मानसून को मजबूत कर रहा है, जिसके चलते अगले 2-3 दिन बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। खासकर उत्तरी तराई और पूर्वी यूपी में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। 30 जून तक पूर्वी यूपी और 25-27 जून को पश्चिमी यूपी में मूसलाधार बारिश हो सकती है।
भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट (25 जून)
- सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर और आसपास के क्षेत्रों में भारी से अति भारी बारिश।
- इन जिलों में 64.5-115.5 मिमी बारिश और तेज हवाओं (40-50 किमी/घंटा) की संभावना।
भारी बारिश का येलो अलर्ट
- शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, जालौन, झांसी, ललितपुर, और आसपास के क्षेत्रों में 20-64.5 मिमी बारिश।
मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना
प्रदेश के 70 जिलों में गरज-चमक और आकाशीय बिजली का खतरा है, जिनमें शामिल हैं:
- पूर्वी यूपी: बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी।
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- पश्चिमी यूपी: सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर।
- मध्य यूपी: सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर।
मानसून की स्थिति और प्रभाव
IMD के अनुसार, मानसून सोनभद्र से यूपी में प्रवेश कर चुका है और 24 जून तक 56 जिलों को कवर कर चुका था। अगले 24 घंटों में शेष पश्चिमी यूपी को भी कवर कर लेगा। मंगलवार को ललितपुर (16 मिमी), सिद्धार्थनगर (13 मिमी), और महाराजगंज (10 मिमी) में अच्छी बारिश दर्ज की गई। बारिश से तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है, जिससे गर्मी से राहत मिली है। हालांकि, जलभराव, बिजली गिरने, और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
प्रशासनिक तैयारी और सलाह
लखनऊ, कानपुर, और वाराणसी जैसे शहरों में निगमों ने नालों की सफाई शुरू कर दी है। यूपी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने घाघरा और गंगा जैसी नदियों के किनारे बाढ़-संवेदनशील क्षेत्रों में बचाव टीमें तैनात की हैं। IMD ने लोगों को बिजली गिरने, जलभराव, और तेज हवाओं से सावधान रहने की सलाह दी है:
- पेड़ों के नीचे शरण न लें।
- बिजली के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद करें।
- किसानों को खेतों में काम करने से बचने की सलाह।
- यात्रा से पहले स्थानीय मौसम अपडेट जांचें।
कृषि पर प्रभाव
मानसून की बारिश खरीफ फसलों (धान, मक्का, दलहन) की बुवाई के लिए महत्वपूर्ण है। पूर्वी यूपी में हल्की देरी के बावजूद, किसानों ने खेत तैयार करना शुरू कर दिया है। कृषि विभाग ने स्थानीय मौसम अपडेट के आधार पर बुवाई शुरू करने की सलाह दी है।