सावन महीने में हुआ चमत्कार, घाघरा नदी से निकला चांदी का शिवलिंग

pragya mishra

सावन के महीने में भगवान शंकर के दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है,इसलिएदेश में भोलेनाथ के कई मंदिर हैं, जो अलग-अलग नामों से प्रसिद्ध हैं उत्तर प्रदेश के मऊ इलाके में घाघरा नदी में एक चांदी का शिवलिंग मिला है जिसे लोग चमत्कार मान रहे हैं।

बता दें कि दोहरीघाट कस्बे के भगवानपुरा इलाके में रहने वाले राम मिलन साहनी को नदी किनारे नदी में कुछ चमकता हुआ सा दिखाई दिया। जब उसने पास जाकर देखा तो पता चला कि ये चमकती हुई चीज शिवलिंग थी।सावन के महीने में भगवान शंकर के दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है। देश में भोलेनाथ के कई मंदिर हैं, जो अलग-अलग नामों से प्रसिद्ध हैं। इनमें से मऊ (Mau) के दोहरीघाट (Dohrighat) पर सावन का उत्सव मनाना काफी अच्छा माना जाता है। सावन के महीने की शुरूआत हो चुकी है और शिव भक्तों का यहां आना-जाना भी शुरू हो गया है। इसी बीच दोहरीघाट कस्बे के रामघाट पर शनिवार यानी 16 जुलाई को घाघरा नदी में 50 किलो वजन का चांदी का शिवलिंग पाया गया है, जिसे लोग चमत्कार मान रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, दोहरीघाट कस्बे के भगवानपुरा इलाके में रहने वाले राम मिलन साहनी शनिवार को नदी किनारे बर्तन धो रहे थे, उसी समय उन्हें नदी में कुछ चमकती हुई सी चीज दिखाई दी। जब उन्होंने पास जाकर देखा तो पता चला कि ये चमकती हुई चीज, शिवलिंग थी। नदी में चांदी का शिवलिंग मिलने की खबर आग की तरह आस-पास के इलाकों में फैल गई, और दर्शन के लिए भारी मात्रा में शिवभक्तों का तांता लग गया।

एक आॉफिसर राम मिलन साहनी ने शिवलिंग को नदी से बाहर निकाला और उसकी विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। शिवलिंग की पूजा करने के बाद उसे दोहरीघाट थाने को सौंप दिया गया। खबर लिखे जाने तक ये शिवलिंग थाने में ही रखा रहा था। इस शिवलिंग की कीमत लगभग 30 हजार रुपए आंकी जा रही है। मऊ पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि ‘दोहरीघाट थाना क्षेत्र में नदी में एक व्यक्ति ने चमकती हुई चीज देखी, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से खोदकर निकालने पर उसे शिवलिंग के रूप में पाया गया।

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