
नई दिल्ली। पाकिस्तान उच्चायुक्त के साथ मणिशंकर अय्यर की गुप्त बैठक के पीएम मोदी के आरोप को कांग्रेस ने भले ही बेबुनियाद बताया हो लेकिन, इस गंभीर मुद्दे का सच खुद निकल कर सामने आ चुका है। पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने खुद कहा है कि वो इस बैठक में मौजूद थे। पूर्व सेनाध्यक्ष के इस खुलासे के बाद कांग्रेस खुद अपने बयानों में घिरती जा रही है।
गौरतलब है कि, गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात चुनाव में पाकिस्तान का ‘हाथ’ होने का आरोप लगाया था। मोदी ने मणिशंकर अय्यर पर निशाना साधते हुए कहा था कि “आखिर पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ गुप्त बैठकें क्यों की गई थीं”। “आखिर क्यों इसके बाद पाकिस्तान के उच्च पदों पर बैठे लोग गुजरात में पटेल को सीएम बनाने के लिए सहयोग की पहल कर रहे हैं”। हालांकि कांग्रेस ने पीएम के इस आरोप को बेबुनियाद बताया था।
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एक अखबार के साक्षात्कार में कपूर ने कहा, ‘हां, मैं इस बैठक का हिस्सा था। इस मीटिंग में भारत-पाकिस्तान संबंधों के अलावा अन्य किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई।’ कपूर के इस बयान से साफ है कि अय्यर के घर मीटिंग हुई थी, जबकि कांग्रेस के सीनियर लीडर आनंद शर्मा ने ऐसी किसी भी बैठक से इनकार किया था।
23वें सेनाध्यक्ष के तौर पर दीपक कपूर मार्च, 2010 में अपने पद से रिटायर हुए थे। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी के भारत दौरे के वक्त मणिशंकर अय्यर ने डिनर मीटिंग का आयोजन किया था। कसूरी ‘भारत-पाक मौजूदा संबंध’ विषय पर आयोजित एक गोष्ठी में भी हिस्सा लेने आए थे।
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ख़बरों के मुताबिक़ अय्यर के घर हुई इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह, पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर, पूर्व राजनयिक सलमान हैदर, टीसीए राघवन, शरत सभरवाल और के। शंकर बाजपेयी मौजूद थे। बाजपेयी, राघवन और सभरवाल पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त भी रह चुके हैं।