वो इंसान जिसने चांद पर वाइन पी, सूसू की और चला आया

नई दिल्ली: 20 जुलाई 1969 को चांद की सतह पर इंसान के लैंडिग करने के बाद कयासों का एक दौर चल पड़ा. ये दौर आज भी बदस्तूर जारी है. अमेरिका ने अपोलो 11 मिशन के बाद खुद को अंतरिक्ष का बादशाह घोषित कर दिया तो वहीं रूस और कुछ अन्य देशों ने इसे फिल्म की शूटिंग बताया.

अपोलो 11 मिशन

कयासों का ये दौर यहीं पर खत्म नहीं हुआ. कभी वहां सबसे पहले उतरने वाले इंसान के बारे में बात हुई तो कभी वहां से लाई गई मिट्टी पर अटकलें लगी. मतलब जितने मुंह उतनी बातें.

इस घटना पर फिल्में भी बनीं जो खूब चलीं. इस मिशन का हर एक कदम इतना दिलचस्प रहा कि लोगों के अंदर आज भी इसके बारे में जानने की जिज्ञासा बनी हुई है.

तो चलिए आज हम आपको एक ऐसी बात बताते हैं जिसे जानकर आपको मजा भी आएगा और हैरानी भी होगी. मजा इसलिए क्योंकि ये घटना चांद पर हुई और हैरानी इसलिए क्योंकि चांद पर जा कर इंसान ये करेगा इसकी उम्मीद आपको भी नहीं होगी.

यह भी पढ़ें : बाप रे… 550 सालों से तपस्या पर बैठा हठी संत, वजह हैरान करने वाली

इस मिशन की रिपोर्ट के अनुसार, अपोलो 11 मिशन के तहत नील आर्मस्ट्राँग, माइकल कॉलिन्स और बज एल्ड्रिन (एडविन एलड्रिन) ने 20 जुलाई 1969 को चांद की सतह पर लैंडिग की. नील आर्मस्ट्राँग इस मिशन के कैप्टन थे लिहाजा चांद पर पहला कदम उन्होंने रखा.

अपोलो 11 मिशन
बाएं साइड में नील आर्मस्ट्रांग, बीच में माइकल कॉलिन्स और दाएं बज एल्ड्रिन

नील के साथ लूनर मॉड्यूल के पायलट और टेक्निकल इंजीनियर बज एल्ड्रिन ने भी चांद पर चहलकदमी की जो कि ऐसा करने वाले दूसरे व्यक्ति थे. माइकल कॉलिन्स ने चांद पर कदम नहीं रखा क्योंकि अगर वो ऐसा करते तो राकेट कौन संभालता. वो वहीं बैठे बैठे सारा तमाशा देख रहे थे.

अब असल मुद्दे पर आते हैं. चांद पर कदम रखने के बाद इन दोनों ने वहां की मिट्टी को एक डब्बे में स्टोर किया और अपने देश का झंडा गाड़ दिया. ये दोनों अपना काम पूरा कर वापस अन्तरिक्ष यान में आ गए और मिशन सफल हुआ.

यह भी पढ़ें : जन्म के चंद मिनट में इस बच्ची ने बना दिया अनोखा रिकॉर्ड

इन सबके बीच बज एल्ड्रिन ने कुछ ऐसा भी किया था जो काफी हैरानी भरा है. रिकार्ड्स के मुताबिक यान से बाहर कदम रखते ही एल्ड्रिन ने सबसे पहले वाइन की चुस्कियां लीं और सूसू भी किया. इसी के साथ ही उन्होंने चांद पर ड्रिंक करने और सूसू करने का अनोखा रिकॉर्ड बना दिया.

हालांकि चांद की सतह से धरती पर वापस लौटने के टाइम बज एल्ड्रिन ने एक बड़ा हादसा होने से भी बचाया था. अगर वो जरा सी चूक कर देते तो शायद कभी वापस ही न आ पाते.

दरअसल, चांद से वापस लौटते वक्त एल्ड्रिन से इन्जन को ऐक्टीवेट करने वाला स्विच टूट गया था. मगर एल्ड्रिन ने जल्द ही एक बाल प्वाइंट पेन की मदद से उसे स्टार्ट कर लिया. अगर उनकी ये तरकीब काम नहीं आती तो इंसान चांद पर पहुँच कर कभी वापस नहीं आ पाता.

LIVE TV