
(कोमल)
योगी आदित्यनाथ के दुबारा मुख्यमंत्री बनते ही बीजेपी अपने संकल्प पत्र में किये वादों को अमली जामा पहनाने के ताबड़तोड़ फैसले कर रही है. इसी क्रम में बुधवार को मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग के प्रेजेंटेशन के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के बुजुर्ग संतों, पुरोहितों और पुजारियों के लिए एक कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए. इसके साथ ही एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली विकसित करने का भी निर्देश मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस की तर्ज पर हर जिले का भी स्थापना दिवस मनाया जाए।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के प्रत्येक शहर और गांव में एकता और आपसी सौहार्द बढ़ाने के लिए महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. ताकि सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को सुदृढ़ किया जा सके. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश में ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली को विकसित किया जाए. उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सभी जिलों में पर्यटन और संस्कृति परिषद के गठन के निर्देश दिए।
भ्रष्टाचार रोकने के लिए पोर्टल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए विशेष पोर्टल बनाने का निर्देश भी दिया. मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग को निर्देश दिए कि तहसील प्रशासन को जिम्मेदार, पारदर्शी, भ्रष्टाचार मुक्त करने और भ्रष्टाचार की शिकायत प्राप्त करने के लिए एक विशेष पोर्टल वकिसत करने को कहा. उन्होंने कहा कि इसके लिए 50 अधिकारियों का एक पैनल बनाया जाए जो भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच करेंगे. इसके अलावा सभी बीडीओ, तहसीलदारों और एसडीएम को उनकी तैनाती स्थल पर ही रात्रि विश्राम करने का निर्देश दिया, ताकी जनहित की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।





