मेरठ: भदौड़ा गैंग के हिस्ट्रीशीटर की नृशंस हत्या, कमरे में मिली खून से लथपथ लाश

मेरठ के रोहटा थाना क्षेत्र के चिंदौड़ी गांव में देर रात एक हिस्ट्रीशीटर की सिर पर किसी धारदार हतियार से ताबड़तोड़ वार करके हत्या कर दी गई। सुबह को हिस्ट्रीशीटर का शव ट्यूबवेल के पास बने कमरे में बरामद हुआ। बताया जाता है कि मृतक कुख्यात भदौड़ा गैंग का हिस्ट्रीशीटर बदमाश था। जिस पर 17 से अधिक मुकदमे दर्ज थे।

जानकारी के मुताबिक चिंदौड़ी खास में रहने वाला 57 वर्षीय वीरेंद्र उर्फ कालू गांव के बाहर ट्यूबवेल पर बने कमरे में रहता था। आज सुबह करीब 6:00 जब वीरेंद्र कमरे से बाहर नहीं निकला तो ओमपाल नाम का ग्रामीण उसे जगाने पहुंचा। जहां कमरे में खून से लथपथ वीरेंद्र की लाश देख ओमपाल के होश उड़ गए।

मामले की जानकारी मिलने पर थाना पुलिस, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम भी मौके पर पहुंच गई। जानकारी के बाद एसपी देहात कमलेश बहादुर भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। वीरेंद्र की हत्या किसी धारदार हथियार से सिर पर ताबड़तोड़ वार करके की गई थी।

एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि वीरेंद्र का अच्छा खासा अपराधिक इतिहास है। उसके ऊपर हत्या-लूट और डकैती सहित 17 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह हिस्ट्रीशीटर भी रह चुका है। बताया जाता है कि वीरेंद्र कुख्यात भदौड़ा गैंग के लिए काम करता था और 10 साल पहले जेल से छूटने के बाद गांव में शांति की जिंदगी बिता रहा था। परिवार में सिर्फ बूढी मां महेंद्री है, जो गांव में रहती है।

पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। पूछताछ के दौरान पता चला कि वीरेंद्र के तीन अन्य भाई भी थे। जिनमें से एक की पुलिस दबिश के दौरान नदी में कूद कर, दूसरे की शराब पीने से और तीसरे की दिल्ली एनकाउंटर में मौत हो चुकी है। चारों ही भाई अवाहित थे। जिनके नाम काफी कृषि भूमि भी है।

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