
न्यूयॉर्क। छोटे बच्चों में लौह तत्व व विटामिन बी12 की खून में कमी व्यवहार संबंधी समस्याओं जैसे कि चिंता व आक्रामकता से जुड़ी हो सकती है। शोध के निष्कर्षों से पता चलता है कि लौह तत्व की कमी, एनीमिया व विटामिन बी12 की कमी की वजह से आठ साल की आयु वाले बच्चों में औसत की तुलना में आक्रमकता और नियमों को तोड़ने जैसे व्यवहार 10 फीसदी ज्यादा होते हैं।
लौह तत्व की कमी आंतरिक समस्याओं जैसे चिंता व अवसाद से जुड़ी होती है।
अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एडुआडरे विल्मर ने कहा कि दिमाग के कुछ हिस्सों का विकास पूरे बाल्यावस्था के दौरान होता है।
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उन्होंने कहा कि दिमाग के बेसल गैंग्लिया, हिप्पोकैंपस, अमाईगडला व प्रीफ्रंटल कार्टेक्स की संरचना में बदलाव व्यावहारिक समस्याओं को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
इस शोध का प्रकाशन ‘जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन’ में हुआ है। इसमें शोध दल ने पांच से 12 साल की उम्र के 3,200 बच्चों का परीक्षण किया था।