जानिए कौन है कालीचरण, जो बढ़ा रहे हैं ओपी राजभर की मुश्किलें

दिलीप कुमार

सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर जहूराबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जो कि अपने आप को राजभर समुदाय का नेता मानते हैं। ओपी राजभर सपा से गठबंधन करने बाद 400 से ज्यादा सीट लाने की बात करते हैं, लेकिन बीजेपी ने उनके खिलाफ काली चरण राजभर को मैदान में उतार कर राजभर की मुश्किलें बढ़ा दी है।

शनिवार को बीजेपी ने नौ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की सूची जारी की है, जिसमें काली चरण राजभर का भी नाम है। वे इस सीट से पहले भी विधायक रह चुके हैं। ओपी राजभर के सामने चुनाव लड़ने वाले काली चरण ने हाल ही में सपा छोड़ कर बीजेपी ज्वाईन किया है। ये 2002 और 2007 में बीएसपी से इस विधान सभा क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं। इसी सीट पर जब ये 2017 में सपा के टिकट से चुनाव लड़े थे तब इन्हें ओपी राजभर ने बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़कर हरा दिया था।

त्रिकोणीय और दिलचस्प बना मुकाबला
काली चरण के चुनाव लड़ने से इस सीट पर त्रिकोणीय और दिलचस्प हो गया है, क्योंकि बसपा के टिकट पर पूर्व मंत्री शादाब फातिमा चुनाव लड़ रही हैं। शादाब फातिमा भी इससे फहले 2012 में चुनाव लड़ा था और ओमप्रकाश राजभर को चुनाव हरा दिया था। शादाब फातिमा को सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था, लेकिन बाद में शिवपाल के वजह से इनका टिकट भी काट दिया गया था।

जानिए सीट का क्या है गणित
जहूराबाद वीधान सभा सीट पर करीब 4,46,682 मतदाता हैं। जिसमें करीब 2,15,828 पुरूष मतदाता और 1,88,840 महिला मतदाता हैं। इस सीट पर 75,490 दलित मतदाता हैं। इसके अलावा इस सीट पर करीब 66,000 राजभर समुदाय के लोग हैं। वहीं करीब 43 हजार यादव समुदाय के लोग हैं। इस सीट पर ब्राह्मण समुदाय के लोग करीब 14000 लोग हैं। इस आंकडे से पता चलता है कि इस पर होने वाला चुनाव महत्वाकांक्षी राजभर के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है।

सपा के अन्य सीटों पर क्या होगा वो विषय है लेकिन इस सीट राजभर को कठिन संघर्ष करना पड़ेगा। जिस आत्मविश्वास से ओपी राजभर अपने आपको राजभर का नेता मानते हुए कहते हैं कि हमने बीजेपी के साथ गठबंधन करके उसे सत्ता में लाया। अब चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा कि बीजेपी से ओपी राजभर थे या राजभर से बीजेपी थी।बता दें कि जहूराबाद सीट गाजीपुर जिले में आती है और इस सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी।

LIVE TV