KGMU में मृतक आश्रित कोटे से कर्मचारियों की नियुक्ति में हुई धांधली !

रिपोर्ट –अवनीश कुमार

लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी(KGMU) में मृतक आश्रित कोटे से कर्मचारियों की नियुक्ति में धांधली का मामला सामने आया है।
आरोप के मुताबिक बिना नियमावली के पालन के मृतक आश्रित कोटे से लाभ दिया गया है। कुलपति कार्यालय में तैनात एक प्रधान सहायक की भी नियुक्ति पर सवाल उठा है। मामले में शासन ने कुलसचिव से जाँच रिपोर्ट मांगी है।

केजीएमयू में कर्मचारियों की नियुक्ति पर बड़े पैमाने पर धांधली सामने आया है। ‘समूह ग’ के बाद अब मृतक आश्रित कोटे से भी नियम विरुद्ध भर्ती का मामला सामने आया है।

यह मामला तब खुला जब कुलपति कार्यालय में ही एक प्रधान सहायक की नियुक्ति की शिकायत शासन से की गयी। मामले में शासन ने केजीएमयू प्रशासन को जाँच के लिए आदेश दिया था।

अब जाँच अधिकारी डॉ. समीर मिश्रा ने जाँच रिपोर्ट तैयार करके केजीएमयू प्रशासन को भेजा है। जाँच रिपोर्ट में भी सामने आया कि मृतक आश्रित की नियम विरुद्ध भर्ती की गयी है।

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केजीएमयू के चौकीदार रामदयाल मिश्रा की वर्ष 2003 में मृत्यु हो गयी थी, तब उनके बेटे को मृतक आश्रित कोटे से जूनियर क्लर्क की नौकरी दी गयी लेकिन मामला तब फंसा जब पता चला कि रामदयाल की पत्नी भी केजीएमयू के कार्यरत हैं।

मामले की शिकायत शासन से की गयी तब मामला सामने आया। मामले में केजीएमयू के कुलसचिव राजेश राय ने बताया कि जाँच रिपोर्ट आ चुकी है और कार्य परिषद इस पर अपनी रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेज देगी।

नियमों के मुताबिक मृतक आश्रित की माँ ने नियुक्ति के समय नियुक्ति, पद और आय समेत अन्य दस्तावेज छिपाये थे | जिसका शपथ पत्र में खुलासा नहीं किया गया था। अब जाँच रिपोर्ट के बाद केजीएमयू प्रशासन और शासन इस पर कार्रवाई करेगा।

 

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