कासगंज हिंसा : तिरंगा यात्रा में मारे गए चंदन का हुआ अंतिम संस्कार, फूटा आक्रोश

लखनऊ। राज्य में गणतंत्र दिवस की धूम धाम के बीच कासगंज में निकाली गई तिरंगा यात्रा के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर झड़प हुई थी। इस झड़प ने कुछ ही देर में हिंसा का रूप ले लिया था। इसमें चंदन नाम के युवा की गोली लगने से मौत हो गई थी।

कासगंज

तिरंगा यात्रा के दौरान हुए साम्प्रदायिक बवाल में मारे गए युवक चंदन गुप्ता का शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान पर ही भारी हूजूम जुटा। संस्कार के दौरान श्मशान लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। धरने पर सांसद राजवीर सिंह बैठ गए। मुआवजे को लेकर सीएम से आश्वासन मिलने के बाद किया अंतिम संस्कार कराया गया। संस्कार में कई सांसद, विधायक शामिल हुए।

पुलिस-प्रशासन की ओर से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। मृतक चंदन का अंतिम संस्कार कासगंज स्थित काली नदी के किनारे बाकनेर में भारत विकास परिषद द्वारा बनाए गए मुक्ति धाम में किया गया। पुलिस प्रशासन की फिलहाल पहली प्राथमिकता मृतक चंदन का शांतिपूर्वक अंतिम संस्कार करवाने की थी।

मामला कासगंज के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के बिलराम गेट इलाके का है। मोटरसाइकिल सवारों ने तिरंगा यात्रा निकाली थी, जहां दो पक्षों के बीच भड़की हिंसा में कई वाहनों को आग लगा दी गई और जमकर तोड़फोड़ की गई। फिलहाल पूरे इलाके में पुलिस ने कर्फ्यू जैसे हालात हैं। धारा 144 लगी हुई है।

पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा निकाल रहे कुछ लोगों पर एक गुट के लोगों ने जमकर पथराव करना शुरू कर दिया। जिसके चलते वहां मौजूद लोगों के बीच झड़प शुरू हो गई और देखते ही देखते हिंसा का अख्तियार कर लिया।

शुक्रवार सुबह विद्यार्थी परिषद एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बाइक से तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। यह यात्रा मुस्लिम बाहुल्य मुहल्ला हुल्का में पहुंची तो यहां कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाए। जिस पर समुदाय विशेष के एक युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया।

इसी बात को लेकर दोनों पक्षों की ओर से नारेबाजी होने लगी। देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव होने लगा। मुस्लिम बस्ती में घिरे कार्यकर्ता अपनी दो दर्जन से अधिक बाइक छोड़ भागे। जहां उनकी बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया और तोडफ़ोड़ कर दी। घटना की खबर शहर में फैली तो हिंदूवादी एकत्रित हो गए।

दूसरे समुदाय के लोगों ने भी मोर्चा संभाल लिया। घर की छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। जिसमें गोली लगने से गली शिवालय रेलवे रोड निवासी चंदन गुप्ता पुत्र सुशील गुप्ता की मौत हो गई।

जबकि युवक प्रिंस एवं नौशाद घायल हो गए। नौशाद को अलीगढ़ रेफर किया गया है। उपद्रवियों के पथराव में आधा दर्जन अन्य घायल हुए है। जिसमें कुछ पुलिस कर्मी भी शामिल है। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम आरपी सिंह, एसपी सुनील कुमार सिंह पुलिस बल के साथ शहर में पहुंच गए और जगह जगह मोर्चा संभाला।

झड़प के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ। हालात पर काबू पाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इलाके में तनाव बना हुआ है। और पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया गया है।

पुलिस के मुताबिक इस झड़प में में दर्जनों लोग घायल हो गए और एक की मौत हो गई हैं। वहीँ कई लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

अलीगढ़ मंडल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) संजीव गुप्ता ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर रैली निकालते समय कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। आसपास के जिलों से फोर्स मंगायी गयी है। उन्होंने बताया कि नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। स्थिति तनावपूर्ण, किन्तु नियंत्रण में है।

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