Karva Chauth 2020 : जानिए आखिर क्यों छलनी से ही देखा जाता है चांद, क्या है इसके पीछे का कारण

कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवाचौथ का व्रत किया जाता है। इन दिन शादीशुदा महिलाएं पूरे दिन बिना कुछ खाए पिए व्रत रखती हैं। यह व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। यह व्रत महिलाएं पति की लंबी उम्र और उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखती है। वहीं इस पूरे दिन वह पति की लंबी उम्र और उनके जीवन में तरक्की के लिए प्रार्थना करती हैं।

हालांकि व्रत को तोड़ते वक्त छलनी की मदद से पहले चांद और फिर पति को देखा जाता है। करवाचौथ के व्रत में महिलाएं छलनी से ही चांद को देखती है और उसके बाद जल ग्रहण कर व्रत को पूरा करती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर क्यों छलनी से ही चांद को देखा जाता है।

जानकार बताते हैं कि छल से बचने के लिए छलनी का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल छलनी के जरिए ही बहुत बारीकी से चांद को देखा जा सकता है। इसी के चलते छलनी का इस्तेमाल कर महिलाएं चांद को देखती हैं और उसके बाद व्रत खोलती हैं।

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