‘मोदी के विकास मॉडल और नेतृत्व पर जनता को विश्वास, मिलेगा बहुमत’

बेंगलुरू। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री व कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘लोकप्रियता’ के बल पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 12 मई को होने वाला कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने जा रही है।

प्रकाश जावड़ेकर

जावेड़कर ने एक साक्षात्कार में कहा, “भाजपा बहुमत के साथ विधानसभा चुनाव जीतेगी क्योंकि लोगों को मोदी के विकास मॉडल और नेतृत्व पर विश्वास है। वे राज्य में सुशासन सुनिश्चित करने के लिए हमें वोट देंगे।”

कांग्रेस के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर पर दांव लगाने के साथ ही विपक्षी भाजपा अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी. एस येदियुरप्पा पर लोगों का विश्वास बनाने पर भी काम कर रही है जो एक दशक पहले राज्य में पार्टी के पहली बार सत्ता में आने और पांच साल तक शासन करने के दौरान दक्षिण भारत में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बने थे।

2012 में येदियुरप्पा के पार्टी से अलग होने के बाद भाजपा 2013 में विधानसभा चुनाव हार गई थी। येदियुरप्पा ने 2013 में कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) का गठन किया था और छह सीटों पर जीत दर्ज की थी।

जावेड़कर ने कहा, “येदियुरप्पा के लिए लोगों के दिल में प्यार व सम्मान है। सकारात्मक वोटिंग और सत्ता विरोधी लहर हमारी पार्टी को अगली सरकार बनाने के लिए बहुमत पाने में सक्षम बनाएगी।”

225 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में एक नामित सदस्य सहित सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 113 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। दक्षिणी बेंगलुरु की जयनगर सीट पर चुनाव भाजपा प्रत्याशी बी.एन विजय कुमार की मौत के कारण टालना पड़ा है। इन वजहों से 223 सीट पर चुनाव हो रहे हैं। जावड़ेकर ने कहा, “जनता अगली सरकार बनाने के लिए पार्टी को चुनने के समय खास तौर से साफ-सुथरे शासन पर ध्यान देती है।”

जावेड़कर ने कहा कि लोगों का ‘भ्रष्टाचार से भरी कांग्रेस’ पर से विश्वास उठ चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में पांच साल के शासन के दौरान कोई विकास नहीं हुआ। लगभग 3,500 किसानों ने आत्महत्या की। हत्याएं हुईं जिनके तार राजनीति से जुड़े, कानून और व्यवस्था कमजोर हुई और लोगों को आपस में बांटा गया।

जावेड़कर ने कहा, “चूंकि कांग्रेस पिछले चार वर्षों में कई राज्यों में चुनाव हार गई है, इससे स्पष्ट है कि हर जगह लोग भाजपा का चुनाव कर रहे हैं जो देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।” कांग्रेस महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, दिल्ली, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय और नागालैंड सहित 12 राज्यों में विधानसभा चुनाव हारी है।

जावड़ेकर ने कहा, “इस प्रवृत्ति से पता चलता है कि कांग्रेस कर्नाटक को भी हारने जा रही है और देश में अब उसकी केवल पंजाब और पुदुच्चेरी में ही सरकार बचेगी।”

यह स्वीकार करते हुए कि ‘अप्रत्याशित घटनाओं’ के कारण, येदियुरप्पा ने जुलाई 2011 में इस्तीफा दे दिया था और भाजपा कार्यकाल (2008-13) के दौरान करोड़ों के खनन घोटाले में उनका नाम आने के बाद राज्य की राजनीति में उथल-पुथल आ गया था, जावड़ेकर ने कहा कि पार्टी आश्वस्त है कि येदियुरप्पा न केवल जीतेंगे बल्कि अगले पांच वर्षों तक सत्ता में बने रहेंगे।

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जावेड़कर ने कहा, “अदालत से क्लीनचिट मिलने के बाद येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर पार्टी में कोई मतभेद नहीं था। इसलिए हमें नहीं लगता कि उन्हें उम्मीदवार बनाने का फैसला मतदाताओं के फैसले को किसी भी तरह से प्रभावित करेगा।” 67 वर्षीय मंत्री ने कहा कि भाजपा, जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) जैसी अन्य पार्टियों के समर्थन की जगह खुद की सरकार बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी।

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जावड़ेकर ने विधानसभा चुनावों को लेकर मीडिया और गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा किए गए सर्वेक्षणों को खारिज करते हुए कहा, “प्रत्येक पार्टी को चुनाव लड़ने का अधिकार है और यह जेडी-एस के पास भी है। लेकिन भाजपा को बहुमत नहीं मिलने का कोई सवाल नहीं है।”

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