
कानपुर के चकेरी में कार चालक ऋषिकेश (22) की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों—मोगली उर्फ प्रिंस, निखिल, आकाश और रिशू वर्मा को काकोरी जंगल से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने खौफनाक खुलासे किए, जिसमें बताया गया कि हत्या का कारण मुख्य आरोपी पवन की बहन से ऋषिकेश का प्रेम संबंध था। चार अन्य आरोपी—पवन निषाद, बॉबी निषाद, सत्यम गौतम और डॉनी—अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

पुलिस के अनुसार, शुक्रवार रात ऋषिकेश को शराब पार्टी के बहाने बुलाकर काकोरी के सुनसान जंगल में ले जाया गया। वहां उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटा गया। मुख्य आरोपी पवन ने गुस्से में कहा, “तेरी वजह से लोग मेरी बहन पर कमेंट करते हैं, इसी हाथ से तूने उसे छुआ था,” और उसका बायां हाथ काट दिया। इसके बाद बॉबी और पवन ने चापड़ से उसका गला रेतकर हत्या कर दी। इस दौरान आरोपी शराब पीते और नाचते रहे, और बॉबी ने हत्या का वीडियो बनाया।
आरोपियों ने पुलिस और सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए बिना नंबर वाले ई-रिक्शे का इस्तेमाल किया, जिसे पवन ने जुगाड़ा था। शव को बोरियों में भरकर लाल बंगला और केडीए कॉलोनी की गलियों से होते हुए जाजमऊ गंगा पुल तक ले जाया गया, जहां सिर और धड़ को अलग-अलग फेंक दिया गया।
रविवार को महाराजपुर के डोमनपुर में गंगा किनारे ऋषिकेश का क्षत-विक्षत शव मिला, जिसमें सिर और एक हाथ गायब था।
पुलिस के मुताबिक, पवन पहले एक मामले में जेल जा चुका था और जिला बदर था। इस दौरान ऋषिकेश के उसकी बहन से प्रेम संबंध बने, जिसके चलते पवन ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि शव की पहचान डीएनए जांच से होगी। परिजनों की तहरीर पर छह नामजद और 14 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है।