

युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में आज गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के पास कम से कम दो आत्मघाती विस्फोट में कई लोगों की जान गई है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वे चिंतित हैं कि दोहरे विस्फोटों के बाद एयरपोर्ट पर और हमले हो सकते हैं, तालिबान के एक अधिकारी ने कहा कि बच्चों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए और कई तालिबान गार्ड घायल हो गए। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मरने वालों की संख्या कम से कम 60 है और कम से कम 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई है। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने अपने दावे में इस धमाके की जिम्मेदारी ली है।
यह विस्फोट ऐसे समय हुआ है, जब काबुल हवाईअड्डे से बड़े स्तर पर लोगों की निकासी अभियान के बीच पश्चिमी देशों ने हमले की आशंका जतायी थी। कई देशों ने लोगों से हवाईअड्डे से दूर रहने की अपील की थी क्योंकि वहां आत्मघाती हमले की आशंका जताई गई थी। अफगान पत्रकारों द्वारा शूट किए गए वीडियो में हवाई अड्डे के किनारे पर एक नहर के आसपास दर्जनों शव पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं।
वहीं, आईएसआईएस (ISIS) ने कहा कि उसके एक आत्मघाती हमलावर ने “अमेरिकी सेना के मददगारों” को निशाना बनाया। अमेरिकी अधिकारियों ने हमले के पीछे आईएसआईएस का हाथ होने की बात कही है। धमाकों में हताहत हुए अमेरिकियों की संख्या गुरुवार को 12 से बढ़कर 13 हो गई। माना जा रहा है कि अगस्त 2011 में एक हेलीकॉप्टर को मार गिराए जाने के बाद यह दूसरी घटना में जिसमें अफगानिस्तान में इतने अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई है।हेलीकॉप्टर को निशाना बनाए जाने की घटना में 30 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी।