
नई दिल्ली| भारत अपने अभियान की शुरुआत न सिर्फ एशिया कप जीतने के लिए करना चाहेगा बल्कि वह इंग्लैंड दौरे की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अपने प्रशंसकों के दिल भी जीतना चाहेगा। इंग्लैंड दौरे से अपेक्षाएं ज्यादा थीं, लेकिन परिणाम इसके अनुरूप नहीं रहा। एशिया कप में एक मजबूत प्रदर्शन से चीजों को फिर से ठीक करने और प्रशंसकों का दिल जीतने में मदद मिलेगी।
पाकिस्तान के खिलाफ मुश्किल जंग से पहले हांगकांग के खिलाफ पहला मैच एक अच्छा वार्म अभ्यास मैच साबित हो सकता है। हालांकि यह समझ से परे है कि आयोजकों ने लगातार दो दिन भारत के मैच का कार्यक्रम तय किया। वह भी दूसरा मैच पाकिस्तान से।
क्वालीफाइंग राउंड में कड़ा मुकाबला करने के बाद हांगकांग यहां तक पहुंचा है। पहले मैच में हालांकि पाकिस्तान ने उन्हें आसानी से हरा दिया और अब भारत के खिलाफ वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहेंगे।भारतीय टीम में युवा और अनुभवी खिलाडि़यों का अच्छा मिश्रण है और उनके कप्तान रोहित शर्मा को 50 ओवरों का प्रारूप काफी पसंद है। उनकी निगाहें अपने रिकॉर्ड में कम से कम दो शतक और जोड़ने पर होगी।
भारतीय बल्लेबाजी टीम का प्रमुख आकर्षण है, लेकिन इस बार उनकी गेंदबाजी में भी काफी विविधता है। दो कलाई के स्पिनर युजवेंद्रा सिंह चहल और कुलदीप यादव अपने-अपने स्टाइल से नियमित तौर पर विकेट ले रहे हैं और जिस ढंग से वे एक-दूसरे की सफलता में खुश होते हैं। वह 70 के दशक में भारतीय स्पिनरों की याद दिलाते हैं।
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आमतौर पर भारत पहले बल्लेबाजी करना चाहेगा क्योंकि इससे उनके बल्लेबाजों को क्रीज पर समय बिताने का मौका मिल जाएगा मगर उन्हें अगले दिन पाकिस्तान से मैच खेलना है, ऐसे में वे मैच को जल्दी खत्म कर अपनी ऊर्जा बचाना चाहेंगे। ऐसा करने के लिए उन्हें टॉस जीतना होगा