आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका का सहारा बना भारत, 40 हजार टन डीजल की भेजी गई एक और खेप

पिछले कई दिनों से श्रीलंका विदेशी मुद्रा व आर्थिक तंगी से त्रस्त है। भारत का पड़ोसी देश श्री लंका जहां एक ओर आर्थिक संकट से उबरने का प्रयास कर रहा है, वहीं दूसरी ओर भारत भी हस संभव मदद करने का प्रयत्न कर रहा है।

इसी बीच भारत ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि उसने 40,000 टन डीजल की एक और खेप श्रीलंका को भेजी है। पड़ोसी देश श्रीलंका बेहद मुश्किल आर्थिक संकट से गुजर रहा है और वहां लोगों को ईंधन की अत्यधिक कमी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले महीने भारत ने श्रीलंका को ईंधन का आयात करने के लिए अतिरिक्त 50 करोड़ डॉलर की ऋण-सुविधा देने की घोषणा की थी।

इस राशि का इस्तेमाल श्रीलंका को ईंधन आपूर्ति के लिए किया जाना है। श्रीलंका जरूरी वस्तुओं के आयात का भुगतान करने के लिए संघर्ष कर रहा है क्योंकि उसका विदेशी मुद्रा भंडारण बेहद कम हो गया है।

इसकी वजह से उसकी मुद्रा का मूल्यह्रास हो गया है और मुद्रास्फीति बहुत बढ़ गई है। भारत ने गत 23 मई को श्रीलंका को करीब 40,000 टन पेट्रोल भेजा था।

भारतीय उच्चायोग ने ट्विट करते हुए कहा कि भारत की ओर से सहायता के तहत 40,000 टन डीजल की खेप सोमवार शाम को कोलंबो पहुंची।

पड़ोसी देश को पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने के लिए दो फरवरी 2022 को भारत ने एक करार पर हस्ताक्षर किए थे। भारत के सहयोग से मार्च और अप्रैल में श्रीलंका को विभिन्न प्रकार के लगभग 400,000 टन ईंधन की आपूर्ति की गई है।

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