
बागपत के डौला गांव के किसान रोजाना की तरह सब्जी लादकर दिल्ली की आजादपुर मंडी बेचने जा रहे थे, लेकिन मेरठ-बागपत नेशनल हाईवे पर सर्वहितकारी इंटर कॉलेज मीतली के पास एक भयानक हादसे ने तीन जिंदगियां लील लीं।

शुक्रवार दोपहर पिकअप वाहन का टायर फटने से धमाके जैसी तेज आवाज आई, फिर एक्सल टूटने से अनियंत्रित होकर वाहन पलट गया। हादसे में जान मोहम्मद (65), अशफाक (45) और रज्जू (55) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 11 अन्य किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और हाईवे पर सब्जियां बिखर गईं। ग्रामीणों ने घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है।
डौला गांव के किसान पहली बार मंडी नहीं जा रहे थे। वे रोजाना पिकअप में सब्जियां लादकर आजादपुर मंडी ले जाते थे। शुक्रवार को भी आठ-नौ किसान पीछे की तरफ बैठे थे क्योंकि वाहन सब्जियों से लदा था। साथी महताब और लियाकत ने बताया कि अचानक टायर फटने से बम फटने जैसी आवाज आई, फिर एक्सल टूट गया और पिकअप पलभर में पलट गई। सब्जियां हाईवे और खाई में बिखर गईं, किसान इधर-उधर गिर पड़े। हबीब का पैर कट गया, जबकि हसन, शराफत, जाकिर, मुस्तकीम, हाकिम, अनस, दीन मोहम्मद, चालक महताब, साजिद और तैय्यब घायल हुए। पुलिस ने शवों का पोस्टमॉर्टम कराया और घायलों का इलाज जारी है।
हादसे की सूचना मिलते ही डौला गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और मृतकों के परिवारों को सांत्वना दी। एसएसपी ने घटना की जांच शुरू कर दी है और वाहन की फिटनेस चेक की जा रही है। बागपत पुलिस ने कहा कि हाईवे पर वाहनों की गति और रखरखाव की जांच होगी।





