मेरठ और सहारनपुर में जारी भारी बारिश का कहर, लोगों को किया गया स्थानांतरित, इतनी जगह हुआ जल भराव

सहारनपुर जिले में जहां शहरी इलाकों में 25 और ग्रामीण इलाकों में 12 स्थानों पर जलभराव हुआ, प्रशासन को 225 लोगों को आश्रय घरों में स्थानांतरित करना पड़ा।

भारी बारिश के कारण मेरठ और सहारनपुर क्षेत्र के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ है। सहारनपुर जिले के बिहारीगढ़ इलाके में भूस्खलन के बाद दिल्ली-देहरादून हाईवे पर भी यातायात बाधित हो गया। क्षेत्र में गंगा और यमुना दोनों नदियाँ खतरे के निशाँ से ऊपर बह रही हैं। नदियों के तटबंधों में दरार के कारण कृषि क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है, जिससे गन्ने और चारे की फसलों को व्यापक नुकसान हो सकता है। सबसे बुरी मार सहारनपुर जिले पर पड़ी, जहां शहरी इलाकों में 25 और ग्रामीण इलाकों में 12 स्थानों पर जलभराव हो गया और प्रशासन को 225 लोगों को आश्रय घरों में स्थानांतरित करना पड़ा।

राज्य सरकार ने एक ट्वीट के माध्यम से साझा किया कि “सहारनपुर में 225 लोगों को आश्रय गृहों में ले जाया गया और मुजफ्फरनगर के दो गांवों के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।” सहारनपुर के जिला मजिस्ट्रेट डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और एनडीआरएफ की टीमें लोगों की मदद कर रही हैं। बिजनौर में गंगा बैराज पर तैनात इंजीनियर पीयूष बालियान ने बताया कि नदी का जल खतरे के निशान से ऊपर है और फिलहाल 1,69,323 क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड बैराज की ओर बह रहा है। उन्होंने कहा, ”अगर बारिश जारी रही तो यह 2 से 2.5 लाख क्यूसेक प्रति सेकंड तक बढ़ सकती है।”

हस्तिनापुर क्षेत्र के किशोरपुर गांव के प्रधान ऋषिपाल मलिक ने बताया कि गंगा में उफान आने से निचले इलाकों में स्थित खेतों में जलभराव हो गया है। मलिक ने कहा, “अगर जलभराव लंबे समय तक जारी रहा तो इससे गन्ने और चारे की फसल बर्बाद हो जाएगी, जिससे आने वाले दिनों में भारी कमी हो सकती है।” उन्होंने कहा कि उनका गांव गंगा नदी के करीब स्थित है, लेकिन उन्हें अभी तक अधिकारियों से कोई दिशानिर्देश नहीं मिला है। बस्तौरा दूधली, मखदूमपुर और जलालपुर जैसे और भी गांव हैं जहां गंगा का जलस्तर और बढ़ा तो संकट में पड़ सकते हैं। इस बीच, मंगलवार शाम को देहात पुलिस स्टेशन के शेखपुर कदीम इलाके के पास एक रेलवे अंडरपास के जलभराव में 15 वर्षीय लड़का मोहम्मद मुनीर डूब गया। लड़का गांव के अन्य लड़कों के साथ नहा रहा था तभी पैर फिसलने से वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया।

देहात पुलिस स्टेशन के SHO मनोज कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए रेलवे अधिकारियों को अंडरपास की घेराबंदी करने के लिए कहा गया था। सहारनपुर जिले के शाकुंभरी शक्तिपीठ में भी पिछले दो दिनों में भारी बारिश हुई और पूरा इलाका बाढ़ की चपेट में है। प्रशासन ने लोगों को स्थिति में सुधार होने तक पीठ पर न आने की सलाह दी है।

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