श्रीनगर| रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के लिए सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के बालटाल बेस कैंप का दौरा किया। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि सीतारमण ने सेना के वरिष्ठ कमांडरों के साथ अमरनाथ यात्रा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू हो रही है।
शीतकालीन राजधानी जम्मू से बालटाल और दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के दो बेस कैंप से लगभग 400 किलोमीटर यात्रा मार्ग को सुरक्षित रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 213 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं।
अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर है। तीर्थयात्रियों को पहलगाम रास्ते से तीर्थस्थल पहुंचने में चार दिनों का समय लगता है। बालटाल मार्ग से जाने वाले लोग अमरनाथ गुफा में प्रार्थना करने के बाद उसी दिन बेस कैंप लौटते हैं। दोनों मार्गो पर हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है।
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अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले सरकार की तरफ से अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिये बड़ा कदम उठाया गया है। सरकार ने यात्रा की सुरक्षा का जिम्मा NSG के हवाले करने की योजना बनाई है क्योंकि पिछली बार यात्रा में आतंकवादियों ने हमला किया था। जिससे कई श्रद्धालुओं को अपनी जान गवानी पड़ी थी।