
ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने किसानों के विरोध और केंद्र की आलोचना करने वाले पत्रकारों से संबंधित ट्विटर से कई अनुरोध किए थे। उन्होंने कहा भारत सरकार की तरफ से उन पर बहुत दबाव बनाया गया।

ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने किसानों के विरोध और केंद्र की आलोचना करने वाले पत्रकारों के संबंध में ट्विटर से कई अनुरोध किए और इसके बाद दबाव डाला। यहां तक की ट्विटर कर्मचारियों पर छापा मारने की धमकी दी। जवाब में केंद्र ने इन आरोपों को “पूरी तरह झूठ” कहा है। जवाब में केंद्र ने कहा की जैक डोर्सी के समय ट्विटर बार बार नियमो का उल्लंघन करता था। डोर्सी ने ये आरोप 12 जून को यूट्यूब चैनल ब्रेकिंग पॉइंट्स को दिए एक इंटरव्यू में लगाए थे। इंटरव्यू के दौरान, डोर्सी से ट्विटर के सीईओ के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान विदेशी सरकारों से मिले दबावों के बारे में पूछा गया था।
राजीव चंद्रशेखर, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने अपने बयान में डोरसी के आरोपों का खंडन किया और कहा कि किसी के यहां छापा नहीं मारा गया और न ही उसे जेल भेजा गया। मंत्री ने दावा किया कि श्री डोरसी के नेतृत्व में माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट भारतीय कानून का बार-बार उल्लंघन कर रही है। “वास्तव में वे 2020 से 2022 तक बार-बार कानून का पालन नहीं कर रहे थे।