श्रीलंका में पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगी आग, भारत में भी दाम बढ़ने की है आशंका

दिलीप कुमार

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और गैस के दाम में नरंतर वृद्धि देखने को मिल रहा है। जिसका असर दुनिया भर के देशों पेट्रेल और डीजल के दामों पर देखने को मिल रहा है। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आज फिर पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ा है।

आपको बता दें कि इंडियल आयल कार्पोरेशन की श्रीलंका में सहयोगी कंपनी आज फिर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दी है। जब से यूक्रेन और रूस के बीच संहर्ष चल रहा है, तब से अब तक पेट्रोल और डीजल के दाम में तीसरी बार वृद्धि की गई है। अब वहां पेट्रोल की खुदरा कीमत 254 रूपये प्रति लीटर और डीजल 214 रूपये प्रति लीटर है। अगर इस कीमत की तूलना भारतीय बाजारों के पेट्रोल और डीजल के वर्तमान कीमत से करें तो अब भी वहां सस्ता मिल रहा है। क्योंकि श्रीलंकाई 3.32 रूपये भारत के एक रूपये के बराबर है।

नाटो देश के द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाने के कारण तेल और गैस के दामों में बेतहासा वृद्धि देखी जा रही है। इस समय अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। उधर श्रीलंकाई करेंसी में अमेरीकी डॉलर के मुकाबले पिछले सात दिनों में 57 रूपये तक की गिरावट दर्ज की गई है। तेल कंपनियों का कहना है कि अब उनके पास तेल का कीमत बढ़ाने के अलांवा कोई विकल्प नहीं बचा है।

उधर श्रीलंका की आर्थिक स्थिति तबाह होता जा रहा है, श्रीलंका जिस आर्थिक तंगी से गुजर रहा है, उस तरह का आर्थिक तंगी उसके पूरे इतिहास में नहीं रहा होगा। वर्तमान में श्रीलंका के पास विदेशी केवल 2.31 अरब डॉलर ही उपलब्ध है। श्रीलंका इन दिनों जरूरी चीजों का आयात नहीं कर पा रहा है।

क्यों कि उसके पास भुगतान करने के लिए बहुत कम दिनों के लिए विदेशी मुद्र है। कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि होने के कारण पेट्रोल डीजल महंगा होता जा रहा है। इस समय श्रीलंका की आर्थिक हालात बद से बदतर होती जा रही है। अगर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जल्द नहीं थमा तो श्रीलंका जैसे न जाने कितने देशों का दिवाला निकल जाएगा। इस भयानक स्थिति पर बाकी देश मौन बैठे हैं।

भारत में अब तक तेल कंपनियों ने 3 नवंबर से तेल की कीमतों पर किसी भी तरह की कोई वृद्धि नहीं की है। जबकि वहीं 3 नवंबर से अबतक कच्चे तेल की कीमत में 33 डॉलर तक की वृद्धि हो चुकी है। कच्चे तेलों के दाम में निरंतर इसी तरह से वृद्धि होता रहेगा। हाल ही में पांच राज्यों में चुनाव हुआ जिस कारण केंद्र सरकार ने 129 दिनों से तेल के कीमत पर नियंत्रण कायम रखा है। अगर आने वाले दिनों पेट्रोल और डीजल के कीमत पर वृद्धि होती है तो इस कीमत में 20 से 25 रूपये का इजाफ होगा।

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