महाराष्ट्र में सड़क पर अन्नदाता, सरकार की जड़ें हिलाने की तैयारी

मुंबई: किसानो ने अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सरकारी तंत्र के वादों की पूर्ति में आई सुस्ती के कारण किसानों को मोर्चा खोलना पड़ा है. देश के अन्नदाताओं का एक साथ आना सरकार को उसकी जिम्मेदारी का एहसास कराने के लिए उठाया गया एक कदम है. किसानों का ये मोर्चा मुंबई के आज़ाद मैदान पहुंच चुका है. देर रात ही सोमैया मैदान से ये मोर्चा आज़ाद मैदान के लिए निकल गया था.किसान

सभी किसान आज आज़ाद मैदान में रुकेंगे, जबकि उनका एक प्रतिनिधिमंडल सरकार के सामने अपनी मांगों को रखेगा. अगर सरकार ने इनकी मांगें नहीं मानी तो ये लोग महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करेंगे.

नासिक से 6 मार्च को निकलकर किसानों के इस काफिले में रविवार को मुंबई पहुंचते-पहुंचते करीब 40 हजार किसान जुड़ गए. ठाणे पहुंचने पर शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री ने भी उनसे मुलाकात की और समर्थन का ऐलान किया. यहां से किसान आगे बढ़ते हुए रात के वक्त मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान पहुंच गए हैं.

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पूर्ण कर्जमाफी यानी कर्जमुक्ति जैसी मांगों को लेकर ये किसान करीब 200 किलोमीटर की पदयात्रा के बाद मुंबई पहुंचे हैं. अभी तक सरकार ने किसानों की मांग पर गौर नहीं किया है. मांगों पर विचार के लिए एक कमेटी बनाई है. जिसके बाद नाराज किसान आज विधानसभा का घेराव करने वाले हैं.

हाथों में लाल झंडा थामे ये किसान ऑल इंडिया किसान सभा समेत तमाम संगठनों से जुड़े हैं. इस मार्च में किसानों के साथ खेतिहर मज़दूर और कई आदिवासी शामिल हैं. इनकी प्रमुख मांगों में कर्ज़माफी ले लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करना शामिल है.

किसानों का कहना है कि फडणवीस सरकार ने पिछले साल किया 34000 करोड़ का कर्ज़ माफी का वादा अब तक पूरा नहीं किया है. किसानों की मांगों पर विचार के लिए फडणवीस सरकार ने एक कमेटी बनाई है, जिसमें छह मंत्री शामिल हैं. कमेटी में चंद्रकांत पाटिल, पांडुरंग फुडकर, गिरीश महाजन, विष्णु सवारा, सुभाष देशमुख और एकनाथ शिंदे शामिल हैं.

किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने भी अपनी तरफ से कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन को किसानों से बातचीत करने भेजा जिन्होंने किसानों को अश्वासन दिया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक है.

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महाजन ने कहा, सोमवार को माननीय मुख्यमंत्री के साथ इनकी चर्चा होने वाली है. इनके जो सभी कार्यकारणी सदस्य हैं, इनके प्रमुख हैं, वो जाकर माननीय मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे और मुझे लगता है इसमें से पॉजिटिव हल निकालने वाले है.’

किसानों का मोर्चा आजाद मैदान पहुंच चुका है. इस महामोर्चा में 50 हजार किसान शामिल हैं. किसानों ने आज महाराष्ट्र विधानसभा का ऐलान किया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में भी हलचल मच गई है. मोर्चे के मुंबई पहुंचते ही कई राजनीतिक पार्टियों ने इस पदयात्रा का समर्थन भी किया.

सत्ता में बैठी शिवसेना की ओर से आदित्य ठाकरे और एकनाथ शिंदे ने किसानों को संबोधित किया. मुंबई नगरपालिका ने आज़ाद मैदान में किसान मोर्चा के लिए ख़ास इंतज़ाम किए हैं. 40 सीटों वाला टॉयलेट, पानी के 4 टैंकर, एंबुलेंस का इंतज़ाम किया गया है. मंत्रालय और आज़ाद मैदान के आसपास के सार्वजनिक शौचालयों को अगले दो दिन तक मुफ़्त सेवा देने के  निर्देश हैं.

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