
लेखक और जाने-माने इतिहासकार बाबासाहेब पुरंदरे का पुणे के दीनानाथ मंगेशकर मेमोरियल अस्पताल में सोमवार (15 नवंबर) की सुबह 99 साल की उम्र में निधन हो गया। अस्पताल प्रशासन की माने तो, शनिवार (13 नवंबर) को पुरंदरे अस्पताल में भर्ती हुए। हालात गंभीर होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका और उनका निधन हो गया।

जानकारी के मुताबिक बाबा पुरंदरे अपने घर के बाथरूम में गिर गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बाबासाहेब के निधन पर दुख जताया, और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा बाबासाहेब के लिए राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की घोषणा की गयी है।

बाबासाहेब पुरंदरे ने शिवाजी के जीवन से लेकर उनके प्रशासन और उनके काल के किलों पर कई किताबें लिखी हैं और छत्रपति शिवाजी के जीवन और नेतृत्व शैली पर एक लोकप्रिय नाटक- ‘जानता राजा’ का निर्देशन भी किया था। वह एक लोकप्रिय इतिहासकार-लेखक के साथ-साथ थिएटर कलाकार भी थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा पुरंदरे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा की, “दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। बाबासाहेब का जाना इतिहास और संस्कृति की दुनिया में बड़ा शून्य छोड़ गया है। उनका धन्यवाद है कि आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी रहेंगी। बाबासाहेब का काम प्रेरणा देने वाला था। मैं जब पुणे दौरे पर गया था तो उनका नाटक ‘जनता राजा’ देखा, जो कि छत्रपति शिवाजी महाराज पर आधारित था। बाबासाहेब जब अहमदाबाद आते थे, तो भी मैं उनके कार्यक्रमों में हिस्सा लेने जाता था।”

गृह मंत्री अमित शाह ने बाबासाहेब के निधन पर कहा की, “कुछ वर्ष पूर्व बाबासाहेब पुरंदरे जी से भेंट कर एक लम्बी चर्चा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उनकी ऊर्जा और विचार सचमुच प्रेरणीय थे। उनका निधन एक युग का अंत है। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति संवदेनाएँ व्यक्त करता हूँ। प्रभु उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति।”
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