गोरखपुर में फर्जी पैथालॉजी का भंडाफोड़, बिना बताए इस्तेमाल किया जा रहा था डॉक्टर का नाम

रिपोर्ट- पंकज श्रीवास्तव

गोरखपुर। गोरखपुर के  एक पैथालॉजी द्वारा दी जा रही रिपोर्ट में फर्जी तरीके से एक डॉक्टर के नाम के उपयोग का मामला सामने आया है. ये डॉक्टर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैनात है. डॉक्टर द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में एक एमबीबीएस छात्र व् एक अन्य को गिरफ्तार किया है।

फर्जी पैथालाजी

बता दे की डॉ. कंचन बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी में सह आचार्य के पद पर कार्यरत हैं। हाल ही में एक व्यक्ति उनके पास जांच रिपोर्ट लेकर पहुंचा था। रिपोर्ट में पैथोलॉजिस्ट के रूप में उनका नाम दर्ज था। पहले तो उन्हें लगा कि उनके नाम का कोई और पैथोलॉजिस्ट होगा लेकिन जांच में इस तरह का कोई नाम नहीं मिला तो उन्होंने इसकी शिकायत गुलरिहा थाने में की पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू की तो पता चला की मेडिकल कालेज कॉलेज के ही एक व्यक्ति ने उक्त डाॉक्टर का आधार कार्ड, डिग्री, अनुभव प्रमाण पत्र और फोटो पैथोलॉजी चलाने वाले को उपलब्ध कराया है।

यह भी पढ़े: लड़कियों को आगवा कर कराया जा रहा देह व्यापार, महिला है गैंग की मास्टरमाइंड

इस सम्बन्ध में एसपी नार्थ रोहित सजवान ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर कंचन ने लीलावती पैथालॉजी में अपने नाम की रिपोर्ट देने की शिकायत की थी मामले की जांच में जुटी पुलिस ने इस मामले में विनोद  सिंह व् सुनील कुमार को गिरफ्तार किया तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। पकड़े गए लोगो में  सुनील कुमार मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने कहा की ये पैथालॉजी भी फर्जी तरीके से संचालित किया जा रहा था।

LIVE TV