पर्यटकों की गिरती संख्या के बीच पर्यटन नीति मजबूत करेगा ईयू

पर्यटन नीतिब्रुसेल्स। यूरोपीय संघ (ईयू) ने अन्य उभरते हुए स्थलों से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा और पर्यटकों की संख्या में कमी आने के मद्देनजर अपनी पर्यटन नीति को बढ़ावा देने का निश्चय किया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक, यूरोपीय संसद के अध्यक्ष एंटोनियो तजानी ने बुधवार को कहा कि 1990 के दशक में विश्व के पचास प्रतिशत से भी अधिक पर्यटकों ने यूरोपीय संघ की यात्रा की थी, लेकिन इसकी संख्या में 42 प्रतिशत की गिरावट आई है और 2030 तक इसमें और 30 प्रतिशत की गिरावट आने का अंदेशा है।

ईयू के आंकड़ों के मुताबिक, पर्यटक उद्योग का ईयू के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब 10 प्रतिशत योगदान है। ईयू के लिए रोजगार सृजित करने वाला पर्यटन उद्योग दोहरे अंक वाली बेरोजगारी दर की समस्या से निपटने में मददगार साबित हो सकता है।

वर्ल्ड टूरिज्म एंड ट्रैवल काउंसिल के मुताबिक, अगले 10 वर्षो में यूरोपीय संघ में पर्यटन से जुड़े 50 लाख से अधिक नए रोजगार सृजित होने की संभावना है और इनमें से 20 प्रतिशत रोजगार 25 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को मिलने का अनुमान है। तजानी ने ईयू को उभरते हुए प्रतिद्वंद्वियों और डिजिटल युग में पैदा हुई चुनौतियों से मुकाबले के लिए तैयार करने के लिए एक रणनीति तैयार करने की घोषणा की है।

ईयू ने साथ ही पर्यटन में गति लाने में एशिया के महत्वपूर्ण योगदान को लेकर उम्मीद जताई। तजानी के द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान समय से लेकर 2030 तक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या 1.1 अरब से बढ़कर 2 अरब से अधिक यानी तकरीबन दुगनी होने का अनुमान है।

उन्होंने कहा, “एक चीनी पर्यटक औसतन ईयू के 4-5 सदस्य देशों का भ्रमण करता है।” उन्होंने कहा, “पर्यटक यात्रा के लिए सबसे पहले महाद्वीप का चुनाव करते हैं, इसलिए इस मामले में अमेरिका, एशिया, कैरिबिया या प्रशांत से मुकाबला करना है।”

वर्ष 2018 ईयू-चीन पर्यटन का वर्ष है, जो 19 जनवरी को वेनिस में लॉन्च किया जाएगा। तजानी ने कहा कि ईयू को चीनी यात्रियों के लिए अच्छे शेफ, डिजिटल विशेषज्ञों, सांस्कृतिक मध्यस्थों और पेशेवर वेटर्स की जरूरत है।

ईयू में चीन के राजदूत यांग यान्यी के मुताबिक, विश्व के अग्रणी पर्यटन बाजार के तौर पर 2016 में 13.5 करोड़ चीनी यात्रियों ने विदेश यात्राएं कीं और इस पर 261 अरब डॉलर खर्च किए। अनुमान के मुताबिक, आने वाले पांच सालों में विदेश जाने वाले चीनी यात्रियों की संख्या 70 करोड़ तक पहुंच जाएगी, जिससे साझा विकास और सम्पन्नता के मौके और बढ़ेंगे।

यांग ने कहा कि पर्यटन में दुनिया की बेहतरी की असीम ताकत है और यह लोगों के बीच दोस्ती बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता। यांग ने कहा, “चीन में यह माना जाता है कि वही ऊंचाईयां छूता है, जो दसियों हजार किताबें पढ़ता है और हजारों मीलों का सफर करता है।” यांग ने कहा, “रचनात्मक, हरित, खुले और साझा विकास के लक्ष्य को पाने के लिए चीन ने पर्यटन को एक रणनीतिक स्तंभ बनाया है।”

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