अपनी कुर्सी को जंजीर से बांध कर रखते है कर्मचारी, कारण सुन हैरान हो जाएंगे

रिपोर्ट- धर्मेंद्र सिंह

आगरा। कुर्सी चाहे सत्ता की हो या सरकार की यह सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों की सबको प्यारी होती है ।इसलिए कुर्सी के पीछे ही सबसे ज्यादा विवाद होते हैं। आगरा के शिक्षा विभाग में कुर्सियों का मोह सबसे ज्यादा देखने को मिला। जहां पर कार्यालयों में कर्मचारी अपनी कुर्सियों को जंजीरों से जकड़ कर रखते हैं। यह किसी एक कमरे का सीन नहीं बल्कि पूरे शिक्षा भवन में हर कमरे में कुर्सियां जंजीरों से जकड़ी हुई मिली है। यही हाल बेसिक शिक्षा विभाग का भी है यहां भी कुर्सियां जंजीरों में ताला लगाकर बंधी हुई थी। इसके पीछे कर्मचारियों का कहना था कि उनकी कुर्सी को कोई दूसरा न ले जाए इसलिए वह इसे बांधकर रखते हैं।

जंजीर से बंधी कुर्सी

सरकार की कुर्सी का खेल राजनीतिक पार्टियां खूब खेलती हैं लेकिन जब सरकारी विभाग में कुर्सियों के पीछे लड़ाई हो तो यह बात समझ में नहीं आती है ।आगरा के शिक्षा भवन और बेसिक शिक्षा कार्यालय में कुर्सियों के पीछे आए दिन विवाद होता है इसलिए लोग अपनी कुर्सी बचाने के लिए उसे जंजीरों में जकड़ कर रखते हैं । शिक्षा विभाग के कार्यालय के हर कमरे में कुर्सियां जंजीर और ताले में बंद हुई रहती हैं।

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इसके पीछे शिक्षक संघ के नेता संजय भदौरिया ने बताया कि लोग अपनी कुर्सी को बचाने के लिए जंजीरे लगाकर रखते हैं ।अगर वह जंजीर लगा कर ना रखें तो उनकी कुर्सियां कोई दूसरा खींच कर ले जाता है। ऐसे में सरकार कुर्सियों के लिए कोई अलग से ग्रांट देती नहीं है। इसलिए कुर्सी बचाने के लिए केवल एक ही उपाय बचता है कि अपनी कुर्सियों को जंजीरों में बांध के रखा जाए।

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