NRC मुद्दे पर चुनाव आयोग पूरी तरह तैयार, करेगा 40 लाख लोगों के भाग्य का फैसला

नई दिल्ली| NRC में रजिस्टर होने से बच गए करीब चालीस लाख लोगों का आने वाले लोकसभा चुनाव पर कोई असर नहीं होगा। इस बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त बिलकुल निश्चिन्त लग रहे हैं। इस बारे में जारी अपने बयान में चुनाव आयुक्त ने बताया है कि वैसे तो सारे लोग वोटर की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं। सारे 18 साल से ऊपर की आयु के नहीं होंगे उसमें हजारों तो बच्चे भी होंगे।

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जो लोग वोटर होने की शर्तें पूरी करते हैं उनकी पहचान कर और नागरिकता के दस्तावेजों से संतुष्ट होने के बाद उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के निर्देश असम के मुख्य चुनाव अधिकारी को दे दिये गये हैं। इसमें बस कुछ समय लगेगा, लोगों को इसके लिए कुछ इंतजार करना पड़ सकता है।

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चुनाव आयुक्त रावत ने कहा है कि जनवरी 2019 में वोटर लिस्ट जारी की जाएगी। अभी हमारे पास काफी वक्त है। हमने मुख्य चुनाव अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स के स्टेट कोऑर्डिनेटर से संपर्क करते रहें। हमने असम के सीईओ से NRC से तालमेल कर हफ्ते भर में रिपोर्ट मांगी है।

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रिपोर्ट में सीईओ तमाम आंकड़े देंगे कि 40 लाख लोगों में कितने बच्चे हैं। कितने ही लोग नये वोटर की उम्र के हैं जो अभी-अभी 18 साल की दहलीज पार कर चुके हैं और कितने अधेड़ या बुजुर्ग हैं। महिलाओं और पुरुषों का भी डाटा हमने माँगा है। यानी की अब इसका पूरा डाटा हमारे पास होगा और समय रहते ही सभी काम पूरे कर लिए जायेंगे।

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