पत्रकारिता से प्रत्याशी तक का सफर, देखिए कैसे तय किए शलभमणि त्रिपाठी…

अभिनव त्रिपाठी

यूपी की सियासत का एक चर्चित नाम जो इन दिनों लोगों की जुबानों पर रहता है। जिसने खुली आंखों से एक सपना देखा और उस सपने को पूरा करने में जुट गया जिसने समाज सेवा को अपना धर्म बनाया जिसका सफर एक प्रेरणा की भांति है। जिसने लोगों को यह दिखाया कि आपके अंदर कुछ करने का अगर जुनून तो आप को ज़िंदगी एक मौका ऐसा जरूर देगी जब आपको ये साबित करना होगा कि हम इस लिए बनें है। जो अपने जीवन में आने वाले तूफ़ानों से लगातार लड़ता रहा और सच को सच कहता रहा। जिसने शख्स से शख्सियत तक का सफर तय किया और गाँव की गलियों से निकल करके अपने जीवन की शुरुआत पत्रकारिता से की और आज विधानसभा प्रत्याशी हैं ऐसे शख्स का नाम है शलभ मणि त्रिपाठी ।

कौन है शलभ मणि त्रिपाठी
यूपी के देवरिया में 1 सितंबर 1977 को जन्में शलभ मणि त्रिपाठी एक सामान्य परिवार से आतें हैं इनके पिता प्रधानाध्यापक थे। ये अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद दैनिक जागरण में 1998 में बतौर जूनियर रिपोर्टर काम करना शुरू किया और अपनी लगन , मेहनत और ईमानदारी की बदौलत साल 2001 में अमर उजाला में सीनियर रिपोर्टर बने और इसके बाद से लगातार ये अपने पथ पर अग्रसित होते गए और 2004 में पुनः दैनिक जागरण में क्राइम रिपोर्टर के पद को हासिल किया इसके बाद से लगातार वो पत्रकारिता के जरिए समाजसेवा करते रहे। धीरे-धीरे देश भर के लोग उनके कार्यों से प्रेरित होने लगे तो उनको IBN7(अब न्यूज 18) न्यूज में बिहार का ब्यूरो चीफ बनाया गया और इनके कार्यों को देखते हुए इनकी जिम्मेदारी बढ़ने लगी और बाद में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का ब्यूरो चीफ और सीनियर एडिटर बना दिया गया और इन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में एक रिपोर्टर से प्रदेश हेड तक का सफर तय किया ।

…और थाम लिया भाजपा का दामन
ये दिसंबर 2016 की बात है जब शलभमणि त्रिपाठी ने पत्रकारिता से सन्यास ले लिया और राजनीति में आ गए और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिए और इसकी सदस्यता ग्रहण कर ली। अपने वाकशैली से पूरे देश में पहचाने जाने वाले शलभ को पार्टी ने 2017 में प्रदेश प्रवक्ता बना दिया टीवी से वर्षों पुराने रिश्ते का अब कर्मक्षेत्र बदल गया अब वो उस श्रेणी में या गए जहां पर सवाल पूछने के बजाए जवाब देना जरूरी होता है प्रदेश प्रवक्ता बनते ही उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गई कल तक जो व्यक्ति विभिन्न पार्टियों के प्रवक्ताओं से सवाल पूछता था अब वह खुद एक पार्टी का प्रवक्ता है। राजनीति में भी उनके कदम नहीं रुके और उनके लगातार संघर्ष को देखते हुए साल 2019 में उन्हे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मीडिया सलाहकार बना दिया गया इस पद पर भी उन्होंने काफी तन्मयता और जिम्मेदारी के साथ काम किया जिसका नतीजा ये हुआ कि उन्हे बीजेपी की तरफ से जारी हुई नई सूची में देवरिया से विधानसभा प्रत्याशी बनाया गया है। इसके अलावा ये एक अच्छे लेखक भी हैं।

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