गरीबों के पेट पर पड़ा डाका, सीएम के आदेशों को दिखाया जा रहा ठेंगा

रिपोर्ट- अश्वनी बाजपेई

औरैया। केंद्र व सूबे की सरकार गरीब जनता को सरकारी सहूलियते देने के लिए नई नई योजनाएं चला रही है तो वही उसके पालन में सख्त कदम भी उठा रही है , ऐसे ही क्रम में गरीब जनता को भर पेट भोजन के लिए जहां कोटेदारों पर सख्ती की वही सरकार की सख्ती को कोटेदारों सिर्फ ठेंगा दिखा रहे है।

जिला पूर्ति अधिकारी

सरकार के सख्त नियमों में सरकारी कर्मचारियों की मिली भगत से गरीबों के पेट पर डाका डाल कर सरकारी गल्ला बेच भी डाला। मामले की जानकारी मिलते ही 6 कोटेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर व निलम्बन करा कर विभागीय कार्यवाही की जा रही है।

यूपी के औरैया जनपद में 6 कोटेदारों द्वारा खाद्यान्न वितरण प्रणाली में धांधली कर गरीबों के हक पर डाका डालकर सरकारी गल्ले को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। इन छह कोटेदारों ने केंद्र व सूबे की सरकार की योजनाओं को पलीता लगाते हुए न सिर्फ सरकारी गल्ला बेचा बल्कि इस प्रकरण के खुल जाने पर यह स्थिति भी साफ हो गई कि किस तरह विभागीय कर्मचारियों की मिली भगत से गरीब व जरूरतमंदों को मिलने वाला सरकारी गल्ला कैसे बेचा जाता है।

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इस घोटाले में कोटेदारों द्वार गरीब जनता की राशन कार्ड में लगाए गए आधार कार्ड को विभागीय कर्मचारियों की मदद से हटा करके अपने चहेतों का आधार कार्ड फीड करा देते हैं। इस तरह गरीब जनता के नाम पर आने वाला राशन विभागीय कर्मचारियों और कोटेदारों द्वारा मिलीभगत से कोटेदार द्वारा कूट रचित आधार कार्ड पर गल्ला उठाकर कोटेदार बेच देता है। जिसका एक हिस्सा विभाग के उन कर्मचारियों को भी जाता है जो लोग राशन कार्ड से आधार नंबर को हटाकर दूसरे आधार नंबर फीड करते हैं।

अब देखना यह है कि इस मामले के बाद जिला प्रशासन व जिला पूर्ति विभाग क्या कदम उठता है। फिलहाल इन सभी 6 कोटेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर निलम्बन किया जा चुका है।

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