पलक झपकते ही खुशियों को मातम में बदल गयी मौत की ट्रेन, रावण भी नहीं बच सका

अमृतसर| पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार की शाम एक भीषण हादसा हो गया। रावण दहन देख रहे लोग तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर है। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है और त्योहार के दिन देशभर में लोग गमगीन हैं।

पलक झपकते ही खुशियों को मातम में बदल गयी मौत की ट्रेन, रावण भी नहीं बच सका

अमृतसर के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने कहा कि 50 शव बरामद कर लिए गए हैं और करीब 50 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमृतसर पुलिस आयुक्त एस.एस. श्रीवास्तव ने कहा कि मृतकों की संख्या 50-60 से ज्यादा होगी।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त किया है।

अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल पटरी पर चले गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे।

उसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई। ट्रेन को वहां से गुजरने में महज 10 से 15 सेकेंड लगे, ट्रेन के गुजरते ही क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई।
पलक झपकते ही खुशियों को मातम में बदल गयी मौत की ट्रेन, रावण भी नहीं बच सका
बताया जाता है कि रावण दहन के दौरान पटाखे की गूंज की वजह से लोग ट्रेन की सीटी की आवाज नहीं सुन सके। रावण के जलने के दौरान आग की लपटें तेज होने की वजह से लोग दशहरा स्थल से रेल पटरी पर जाकर नजारा देखने लगे।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि आग की लपटें तेज होने के बाद लोग रेल पटरी की ओर इस भय से खिसकने लगे कि पुतला उनके ऊपर न आ गिड़े।

यह भी जा रहा है कि इसी दौरान वहां भगदड़ मची और उसी दौरान ट्रेन आ गई। इससे पहले की लोग कुछ समझते ट्रेन बुरी तरह लोगों को कुचलते हुए निकल गई।
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एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, ट्रेन लोगों को कुचलते हुए निकल गई। उसने कहा कि दुर्घटना में कम से कम 100 लोगों की मौत हुई होगी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। घटनास्थल पर करीब 700 लोग जमा थे।

पंजाब के नगर निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बेंगलुरू में एक समाचार चैनल से कहा कि मृतकों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है। सिद्धू इस इलाके के विधायक हैं। उनकी पत्नी नवजोत कौर दुर्घटना स्थल पर आयोजित दशहरा उत्सव की मुख्य अतिथि थीं। दुर्घटना शाम 7 बजे हुई।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अमृतसर जा रहे हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है।

प्रधानमंत्री ने मृतकों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है।

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी वायुसेना के विमान से अमृतसर पहुंचने वाले हैं, जिससे राहत एवं बचाव कार्य में मदद कर सकें।

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