मैत्रीपूर्ण संबंध के बीच ड्रैगन ने अलापा ‘डोकलाम’ राग, बताया चीन का हिस्सा

डोकलामनई दिल्ली। डोकलाम विवाद तो आपको बखूबी याद ही होगा, जब चीन-भारत के बीच तनातनी की ख़बरें कई महीनों तक चली थी। अंत में ड्रैगन की चाल फेल हो गई और उसे सीमा से पीछे हटना पड़ा था। अब इसे चीन की चूक कहें या मोदी की कूटनीतिक जीत। अब एक बार फिर से चीन ने इस विवादित जमीन पर अपना हक़ जमाने की बात कही है। लेकिन इस बार सुर जरुर बदले-बदले दिखे हैं।

डोकलाम में तनाव के बीच ड्रैगन ने भारत के साथ अपने संबंधों को महत्वपूर्ण करार दिया है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि चीन और भारत ने जिस तरह से डोकलाम मसले को निपटाया है, उससे पता चलता है दोनों देशों के संबंध किस स्तर के हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर से डोकलाम को चीन का हिस्सा भी करार दिया है।

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वांग के मुताबिक, चीन हमेशा से अपने पड़ोसियों के साथ बेहतर संबंधों को महत्व देता रहा है। दोनों बड़े पड़ोसी देश हैं और प्राचीन सभ्यताएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत-चीन के संबंधों का रणनीतिक महत्व इतना है कि मामूली टकराव उसमें किसी तरह की बाधा नहीं बनते।

गौतलब है कि पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम में वांग यी ने कहा था कि डोकलाम इलाके में दोनों देशों के बीच तनाव को कूटनीतिक तरीके से निपटाने में सफलता हासिल की गई है।

विदेश मंत्री ने कहा कि कूटनीतिक प्रयासों के बाद भारतीय पक्ष ने अपने हथियारों और सैनिकों को वापस बुला लिया। इससे पता चलता है कि दोनों देशों के रिश्ते किस स्तर के हैं और कितने महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच जितने मतभेद हैं, उससे कहीं ज्यादा साझा हित हैं।

1800 चीनी सैनिकों की डोकलाम में मौजूदगी

सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि भारत को रणनीतिक लक्ष्य मिल गया है और अब चीन को दक्षिण की तरफ किसी भी हालत में सड़क का विस्तार नहीं करने दिया जाएगा। मालूम हो कि इस क्षेत्र में पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के जवान स्थाई रूप से रहते हैं।

वहीं सिक्किम-भूटान-तिब्बत सीमा के पास डोकलाम क्षेत्र में 1600-1800 चीनी सैनिक फिर आ जमे हैं। वे यहां हेलिपैड्स, रोड और शिविरों को बनाने का काम कर रहे हैं।

फिलहाल दिल्ली में चल रही अहम बैठक

नई दिल्ली में चीन, रूस और भारत के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक चल रही है। इस बैठक के लिए रवाना होने से पहले वांग यी ने यह बात कही। इस बैठक दौरान चीनी विदेश मंत्री भारत के अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे।

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