बर्खास्त अधिकारी विरेन्द्र तरूण ने डीएम से की इच्छा मृत्यु की मांग, बालको की हो रही फजीहत

देश की शान कही जाने वाले बालको वेदांता अवैधानिक कार्य करने में अव्वल नंबर पर है, क्षेत्रीय अधिकारी से मिलीभगत कर कोई भी अवैधानिक काम कर बैठता है फिर भी अधिकारी वैधानिक कार्यवाही नहीं करते, क्योंकि वेदांता से निजी कमाई होती है।

बालको में कई तरह के मामला जैसे प्रदुषण का हो या आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जा हो या कर्मचारियो को वी.आर.एस लेने पर मजबूर करने का हो या बर्खास्त करने का हो हर तरह के पैतरे आजमाए जाते है। इस मामले पर बालको के यूनियन, क्षेत्रीय अधिकारी, सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के निर्वाचित विधायक एवं सांसद बालको की शिकायत करने पर कतराते हैं। बालको के सामने सब बौने साबित हो जाते हैं क्योंकि बालको आवाज उठाने वाले संवैधानिक पद पर बैठे नेता, अधिकारी, पत्रकार सबको निजी कमाई करवाता है।

ऐसा ही एक मामला कोरबा कलेक्टर के जनदर्शन में एक युवक अपनी बुढ़ी मां, अपनी धर्मपत्नी और बच्चे को लेकर रोते बिलखते नजर आया। चर्चा के दौरान पीड़ित युवक ने कहा कि मैं 15 साल बालको में सेवा करने का परिणाम यह रहा है कि आज मुझे बर्खास्त कर दिया गया। हां बस मैनें अधिकारियों को खुशामद नहीं किया तो जीएम अवतार सिंह ने ठेकेदार से निजी संबंध होने का आरोप लगाकर मुझे प्लांट के अंदर बुलाया गया और रूम में बंद कर मां -बहन की गाली और जातिगत गाली देने के बाद सस्पेंड कर दिया गया।

संस्पेड करने के बाद मेरे से एक कागज में साईन करवाये और मेरे को बर्खास्त कर दिये। जिसके बाद मैने कई जगह जाकर शिकायत की लेकिन मेरा कोई सुनवाई नहीं हुआ।

इसलिए अब मैं कलेक्टर के जनदर्शन क्रं. 2050122000879 का आवेदन लेकर सपरिवार कलेक्टर के सामने इच्छा मृत्यु मांगने प्रस्तुत हुआ। जिसके बाद कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जायेगी। आगे पीड़ित युवक ने कहा यदि मुझे न्याय नहीं मिला तो मै सीएम से भी इच्छा मृत्यु के लिए अपील करुंगा।

बता दें कि उक्त मामले को लेकर रिपोर्ट अमर सरदाना ने बालको वेदांता के जी.एम अवतार सिंह मोबाइल नं- 77381 91831 से सम्पर्क किया तो अवतार सिंह ने कहा कि इस मामले में मैं बाईट नहीं दे सकता, आप संवाद प्रमुख से बाईट लो। जब रिपोर्ट ने संवाद प्रमुख से सम्पर्क किया तो वो गोल-गोल घुमाते रहे और बाईट नहीं दिए।

लिहाजा स्पष्ट होता है कि पीड़ित युवक निर्दोष हैं। इस मामले में बालको टी.आई विजय चेलक से जब चर्चा की गई तो उन्होने कहा की राज्यपाल, आई.जी., पुलिस अधीक्षक सबका कम्पलेन कॉपी मेरे पास आया है, जिसका मैं जांच कर रहा हूं।

मालुम हो कि टी.आई के अलावा सामाजिक संघटन पीड़ित के पक्ष में मोर्चा खोल दिया है बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं यूनियन के नेता डॉ. जयपाल सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि अगर विरेन्द्र तरूण को समय रहते बर्खस्तगी बहाल नहीं किया गया तो, हमारा संगठन सड़क की लड़ाई लड़ेगा और इसके साथ ही जातिगत गाली देने में अगर कार्यवाही नहीं हुई तो आयोग से शिकायत की जायेगी।

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