सचिव ने स्वच्छता अभियान को दी हवा, दून को कूड़ा मुक्त करने के दिए निर्देश

दून को कूड़ा मुक्तदेहरादून। देहरादून शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। अब शहर की साफ-सफाई को लेकर शासन काफी सख्त हो गया है। देहरादून की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आई तो इसकी सीधे गाज सफाई निरीक्षकों पर गिरेगी। शहरी विकास सचिव राधिका झा ने सड़कों पर फैले कूड़े-करकट को लेकर सफाई अधिकारियों की क्लास ली है।

सफाई निरीक्षकों को हिदायत दी गई कि यदि दो माह में उन्होंने अपने क्षेत्र का कूड़ा साफ नहीं किया तो उनके तबादले देहरादून से बाहर कर दिए जाएंगे। शहरी विकास सचिव झा ने नगर आयुक्त के साथ ही संयुक्त निदेशक शहरी विकास, मुख्य विकास अधिकारी और एडीएम को भी निर्देश दिए हैं कि वह इस पर नियमित औचक गौर-फिकर करें। इसके लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी जो हर रोज जिलाधिकारी एवं नगर आयुक्त को रिपोर्ट सौंपेगा।

नाला सफाई के दौरान पॉलीथीन में मिले पुराने नोट

वन विभाग और एमडीडीए को पौधारोपण करने और घंटाघर के सभी प्रमुख चौराहों और सड़कों पर लाइटिंग व्यवस्था के साथ-साथ ही पेच वर्क करने के निर्देश दिए गए हैं। गंदगी फैलाने वालों का चालान काटने के भी निर्देश दिए गए। इस बैठक में डीएम एस मुरुगेशन, सीडीओ जीएस रावत, नगर आयुक्त रवनीत चीमा, एमडीडीए सचिव पीसी दुम्का सभी शामिल रहे।

डस्टबिन लगाने के निर्देश

गौरतलब है कि शहरी विकास सचिव ने नगर आयुक्त को इस बात के भी निर्देश दिए कि शहर में अनाधिकृत पड़े समस्त कूड़े को दो दिन में उठाकर ऐसे क्षेत्रों में वन विभाग एवं एमडीडीए की सहायता से पौधारोपण किया जाए। क्षेत्र के कूड़े को मुक्त करने के लिए विभागीय फंड से गुणवत्तायुक्त डस्टबिन खरीदने के निर्देश दिए गए हैं। सफाई अभियान में तेजी लाने के लिए उन्होंने नगर आयुक्त, संयुक्त निदेशक शहरी विकास, मुख्य विकास अधिकारी तथा अपर जिलाधिकारी को सफाई इंतेजाम के नियमित औचक निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं।

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