Video: DDLJ के ये सीन न होते डिलीट, तो अलग होती राज-सिमरन की स्‍टोरी

DDLJ के डिलीटेड सीनमुंबई। बॉलीवुड में रोमांटिक फिल्में तो हमेशा से बनती रही हैं। लेकिन ऑलटाइम रोमांटिक और आइकॉनिक फिल्‍म का जिक्र हो तो पहला और आखिरी नाम ‘दिलवाले दुल्‍हनिया ले जाएंगे’ है। 22 साल बाद भी फिल्म का जादू वैसे ही बरकरार है जैसे साल 1995 में हुआ था। आज भी हर लड़की खुद को सिमरन समझकर अपने लिए राज के सपने देखती है।

22 साल बाद भी इसके हर एक गाने, डायलॉग और सीन लोगों के जहन में ऐसे बसे हुए है मानों फिल्म अभी ही रिलीज हुई है। हालांकि कुछ ऐसे सीन भी रहे हैं जो कभी लोगों के सामने आए ही नहीं है। आज हम आपको (दिलवाले दुल्‍हनिया ले जाएंगे) DDLJ के डिलीटेड सीन बताएंगे जिन्‍हें फिल्‍म की एडिटिंग के दौरान हमेशा के लिए हटा दिया गया।

DDLJ के डिलीटेड सीन –

  1. गोरी बनने के लिए स्‍टीम लेती सिमरन- इस सीन में सिमरन (काजोल) गोरी बनने के लिए तौलिए से मुंह ढककर स्टीम लेती हैं। इस पर लाजों यानी उनकी मां कहती हैं- ‘तुझे क्या जरूरत है अपना रंग साफ करने की, और साफ हो भी गया तो तुझे कौन सा क्वीन एलिजाबेथ बनना है। अपने देश ही तो वापस जाना है ना। वहां गेहूं जैसा रंग बहुत पसंद करते हैं। जैसे तेरा है।’ इस सीन को शूट करने के बाद डिलीट कर दिया गया था।
  1. सिमरन का पूजा में देर से आना- इस सीन में सिमरन के पिता बलदेव सिंह चौधरी (अमरीश पुरी), लाजो(फरीदा जलाल) और छोटी बेटी राजेश्‍वरी(पूजा) के साथ के साथ बैठकर पूजा कर रहे होते हैं और सिमरन भागती-भागती आती है। तुरंत बाद में दरवाजे की घंटी बजती है और बलदेव सिंह दरवाजा खोलने चले जाते हैं। इसपर सिमरन की छोटी बहन उसे ताना मारते हुए कहती है-‘फिर से लेट, वैरी बैड।‘ फिल्म में ये सीन आपने नहीं देखा होगा।
  1. सिमरन को बलदेव सिंह का स्‍टेशन पर छोड़ने जाना- यूरोप ट्रिप पर जा रही सिमरन को पिता बलदेव सिंह उसे छोड़ने स्टेशन आते हैं। वो सिमरन से कहते हैं- ‘मैं जानता हूं बेटा कि तुम बड़ी हो गई हो। अपने अच्छे-बुरे में फर्क कर सकती हो। फिर भी पहली बार तुम इतनी दूर, इतने दिनों के लिए जा रही हो। इसलिए दिल डरता है कि कहीं कोई ऐसी-वैसी बात न हो जाए। बस बेटा- मेरे भरोसे को कभी शर्मिंदा मत करना।’ फिल्‍म में केवल ‘मेरे भरोसे को कभी शर्मिंदा मत करना।’ डायलॉग सुनने को मिला है वह भी घर के अंदर।
  1. टेरेस पर राज और सिमरन की बात- इस सीन में टेरेस पर राज (शाहरुख) सिमरन (काजोल) से कहता है- ‘सिमरन तुम मेरा इम्तिहान क्यों ले रही हो। सबकी सहमति है सिर्फ तुम्हारे बाप को छोड़कर। एक ढंग का बाप नहीं चुन सकती थीं तुम। सारे के सारे बापों में तुम्हें एक यही बाप मिला। तुम नहीं जानती कि उनका और मेरा कितना पुराना रिश्ता है। मैं 100 तीर्थ यात्राएं भी कर लूं तो कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।’
  1. कुलजीत को मल्‍हम लगाती सिमरन- इस सीन में सिमरन को इम्प्रेस करने के लिए राज को कुलजीत से मार खानी थी। लेकिन इस दौरान राज कुलजीत की ऐसी पिटाई करता है कि वह बिस्तर पर पड़ जाता है। इसके बाद कुलजीत के लिए सिमरन मल्हम लेकर जाती है। राज और कुलजीत के दोस्तों के सामने ही उसे मल्हम लगाती है। सिमरन कहती है- ‘कितनी बेदर्दी से मारा है। सारे बदन पर नील पड़ गए हैं।’ दूसरी ओर कुलजीत की बहन प्रीति (मंदिरा बेदी) राज के लिए मल्हम लेकर जाती है।
  1. लाजो का बलदेव को सिमरन के प्‍यार के बारे में बताना-इस सीन में लाजो अपने बलदेव को यूरोप वाले लड़के यानी राज को स्‍वीकारने के लिए मनाती हैं। लाजो कहती हैं- ‘आपने मुझसे पूछा था कि सिमरन उसे भूली है कि नहीं और मैंने कहा था कि वो आहिस्ता-आहिस्ता सब भूल जाएगी। मैं गलत थी। वो उसे भूली नहीं है। वो उससे अब भी बहुत प्यार करती है। अगर सिमरन उसे इतना प्यार करती है, तो आपको नहीं लगता कि हमें एक बार उससे पूछ लेना चाहिए। शायद लड़का बहुत ही अच्छा हो।’ इसपर बलदेव गुस्‍से में कहते हैं- ‘सिमरन से ज्यादा आज तुमने मुझे शर्मिंदा किया है।’
  1. राज का सिमरन और बाकियों को कहानी सुनाना- इस सीन में राज सिमरन और बाकी औरतों को कहानी सुनाता है। ‘लड़का बिल्कुल अकेला खड़ा हुआ था। ट्रेन चलने वाली थी, सीटी भी बज चुकी थी। तभी लड़की दिखाई दी। दूर से भागी चली आ रही थी। ट्रेन चलने लगी छुक-छुक छुक-छुक। लड़की भी उसके साथ भागने लगी और फिर उसने अपना हाथ बढ़ाया। लड़के ने उसका हाथ पकड़कर खींच लिया। इतने में सिमरन की चाची ने पूछा- आगे क्या हुआ। इस पर राज ने कहा- आगे एक बुड्ढा आ गया। लड़की का बाप।’

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