
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 सितंबर 2025 को लखनऊ के हजरतगंज में यूनिवर्सल बुकसेलर के पास आयोजित एक पत्रकार वार्ता में ‘नेक्स्ट जेन GST रिफॉर्म’ की तारीफ की और कहा कि इससे उत्तर प्रदेश के व्यापारियों, उपभोक्ताओं और उद्यमियों को सबसे अधिक लाभ हुआ है।
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन (22 सितंबर 2025) से लागू हुए इन सुधारों ने बाजार में नई ऊर्जा भरी है, खासकर त्योहारी सीजन में, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिला है। योगी ने दावा किया कि देश के सबसे बड़े उपभोक्ता राज्य होने के नाते यूपी को इन रिफॉर्म्स का सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा।
GST रिफॉर्म के प्रमुख बिंदु
मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘नेक्स्ट जेन GST रिफॉर्म’ के तहत कई जरूरी वस्तुओं पर करों में कमी की गई है:
- शिक्षा सामग्री पर राहत: नोटबुक, पेंसिल, और अन्य शैक्षणिक सामग्री पर जीएसटी को शून्य कर दिया गया है, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई सस्ती हुई है।
- घरेलू सामान पर छूट: ज्यादातर घरेलू उपयोग की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी को शून्य या 5% के दायरे में लाया गया है।
- जीवन रक्षक दवाएं: 33 प्रकार की जीवन रक्षक दवाओं को जीएसटी से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है।
योगी ने कहा कि इन कदमों से न केवल उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत मिली है, बल्कि बाजार में मांग बढ़ने से उत्पादन में वृद्धि हुई है। इससे व्यापारियों और उद्यमियों को लाभ हुआ है, और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।
त्योहारी सीजन में बाजार में उछाल
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि त्योहारी सीजन (नवरात्रि, दशहरा, और दीवाली) में जीएसटी रिफॉर्म का समय महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “उपभोक्ताओं की खरीदारी बढ़ने से बाजार में नई जान आई है। यह रिफॉर्म व्यापारियों को सशक्त करेगा और अर्थव्यवस्था को गति देगा।” योगी ने यह भी बताया कि यूपी में 94 लाख से अधिक MSME इकाइयां हैं, जो इस रिफॉर्म से सीधे लाभान्वित होंगी। उन्होंने कहा कि जीएसटी के सरलीकरण और डिजिटलीकरण ने व्यापारियों के लिए व्यापार करना आसान बनाया है, जिससे कर चोरी कम हुई और पारदर्शिता बढ़ी।
यूपी की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
यूपी, जो देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है, में जीएसटी संग्रह में पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2024-25 में यूपी का जीएसटी संग्रह 1.5 लाख करोड़ रुपये को पार कर चुका है, जो 2017-18 में लागू होने के समय की तुलना में दोगुना है। योगी ने कहा, “जीएसटी रिफॉर्म ने यूपी की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। यह व्यापारियों और ग्राहकों के बीच विश्वास बढ़ाने का काम कर रहा है।”
सियासी और सामाजिक संदर्भ
योगी का यह बयान बिहार और उत्तर प्रदेश में 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले महत्वपूर्ण है, जहां अर्थव्यवस्था और रोजगार प्रमुख मुद्दे हैं। विपक्षी दलों, खासकर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस, ने जीएसटी को “गरीब विरोधी” करार दिया है, लेकिन योगी ने इन सुधारों को “जन-हितकारी” बताकर विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “विपक्ष को जीएसटी की सफलता से जलन हो रही है, लेकिन यह रिफॉर्म यूपी के हर वर्ग को लाभ पहुंचा रहा है।”
सोशल मीडिया पर भी इस रिफॉर्म की तारीफ हो रही है। कई व्यापारियों ने X पर लिखा कि कम जीएसटी दरों से उनकी बिक्री बढ़ी है, जबकि कुछ यूजर्स ने इसे “त्योहारी तोहफा” करार दिया। हालांकि, कुछ यूजर्स ने सवाल उठाया कि क्या ये रिफॉर्म छोटे व्यापारियों को भी उतना ही लाभ पहुंचाएंगे।