CJI रंजन गोगोई ने कहा- 20 साल के करियर में पहली बार दी ऐसी सजा

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में चली एक सुनवाई के दौरान सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव और कानूनी सलाहकार भासुरन एस को अदालत की अवमानना के मामले में दोषी ठहराया गया था।

जिसके बाद भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का एक कबूलनामा भी सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि उनका करियर लगभग 20 साल लंबा है लेकिन उनके करियर में ऐसा पहली बार हुआ है, जब उन्होंने किसी को ऐसी सजा दी हो। दरअसल एम नागेश्वर राव और भासुरन एस को दोषी ठहराने के बाद सजा भी दी गई।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि दोनों को ही अदालत के आदेशों का उल्लंघन करने पर दंडित किया गया था। हालांकि इससे पहले भी एक बार ऐसा हो चुका है, जब पूर्व जस्टिस काटजू पर भी ऐसा ही एक्शन लिया जा चुका है।

बताते चलें कि इस मामले की सुनवाई वाली बेंच में जस्टिस गोगोई के अलावा जस्टिस एल नागेश्वर राव और संजीव खन्ना भी शामिल थे।

तीनों ने लंबी सुनवाई के बाद सीबीआई के पूर्व निदेशक एम नागेश्वर राव और कानूनी सलाहकार भासुरन एस को अवमानना का दोषी ठहराया था। दरअसल सीबीआई के आदेश के बावजूद सीबीआई में ही ज्वाइंट डायरेक्टर अरुण कुमार शर्मा का तबादला करने को लेकर दोषी ठहराया गया था।

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इन दोनों आरोपियों को सजा सुनाने के बाद चीफ जस्टिस गोगई ने कहा कि यह पहली बार हुआ है, कि जब कोर्ट की अवमानना को लेकर किसी को सजा सुनाई गई हो। उन्होंने कहा कि इसके जरिए कोर्ट की गरिमा बनाई रखी जा सकती है।

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