चीन ने भारत के पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए हवाई हमलों को ‘खेदजनक’ करार देते हुए दोनों देशों से तनाव बढ़ाने से बचने और संयम बरतने की अपील की है।

बुधवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत की सुबह की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे ‘खेदजनक’ बताया और दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के व्यापक हित में शांत रहने का आग्रह किया। प्रवक्ता ने कहा, “हम वर्तमान स्थिति को लेकर चिंतित हैं। भारत और पाकिस्तान हमेशा एक-दूसरे के पड़ोसी रहेंगे और दोनों चीन के भी पड़ोसी हैं। चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के लिए संयम बरतने और ऐसी कार्रवाइयों से बचने की अपील करते हैं, जो स्थिति को और जटिल कर सकती हैं।”
अधिकारियों के अनुसार, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत नौ ठिकानों पर हमले किए गए, जिनमें चार पाकिस्तान में और पांच PoK में थे। भारतीय वायुसेना (IAF) ने खुफिया जानकारी के आधार पर इन ठिकानों को निशाना बनाया, जो स्वास्थ्य केंद्रों की आड़ में आतंकी शिविर चला रहे थे।
22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों की हत्या के जवाब में किए गए इन मिसाइल हमलों ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख ढांचों को नष्ट कर दिया। निशाने पर लश्कर-ए-तैयबा के उन प्रशिक्षण शिविरों और मुरिदके (पंजाब, पाकिस्तान) स्थित मुख्यालय को भी शामिल किया गया, जो 26/11 मुंबई हमलों (अजमल कसाब के प्रशिक्षण) से जुड़े थे। इस मुख्यालय में डेविड हेडली और तहव्वुर राणा भी गए थे, और अल-कायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन ने वहां एक गेस्ट हाउस के लिए 10 लाख रुपये दान किए थे।
इस बीच, भारतीय सैन्य प्रतिष्ठान ने बताया कि पाकिस्तान सीमा के साथ सभी वायु रक्षा इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हमलों के बाद भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, यूएई और सऊदी अरब जैसे प्रमुख देशों से संपर्क कर उन्हें पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए सैन्य हमलों की जानकारी दी।