
हिंदू धर्म में कई व्रत रखे जाते हैं जिसके पीछे किसी न किसी मनोकामना या भगवान का आशीर्वाद छिपा होता है. आज से ही शुरु हुए चैत्र नवरात्रि की पर्व पर सभी लोग खुश है. ये पर्व नौ दिनों तक चलता है. उपवास रखने से हमारे स्वास्थ को फ़ायदे पहुंचता है, ये बात कुछ लोग जानते हैं. लेकिन कई लोग नहीं जानते हैं जो आज हम बताने जा रहे है…

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
उपवास रखने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इतना ही नहीं कोलाइटिस, कब्ज, सिरदर्द, थकान जैसी समस्याओं के होने की आशंका भी व्रत करने से कम हो जाती है।
उपवास रखने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इतना ही नहीं कोलाइटिस, कब्ज, सिरदर्द, थकान जैसी समस्याओं के होने की आशंका भी व्रत करने से कम हो जाती है।
चर्बी कम करने में
उपवास करने से शरीर की चर्बी बड़ी तेजी से गलती है, जिससे वजन भी जल्दी घटना शुरू हो जाता है। बता दें कि फैट सेल्स से लैप्टिन नामक हॉर्मोन निकलता है, जो वजन बढ़ाता है। उपवास में कम कैलोरी मिलने के कारण लैप्टिन की सक्रियता प्रभावित हो जाती है, जिससे वजन नहीं बढ़ पाता है।
उपवास करने से शरीर की चर्बी बड़ी तेजी से गलती है, जिससे वजन भी जल्दी घटना शुरू हो जाता है। बता दें कि फैट सेल्स से लैप्टिन नामक हॉर्मोन निकलता है, जो वजन बढ़ाता है। उपवास में कम कैलोरी मिलने के कारण लैप्टिन की सक्रियता प्रभावित हो जाती है, जिससे वजन नहीं बढ़ पाता है।
तनाव होता है कम
उपवास के दौरान दिमाग बहुत हद तक शांत हो जाता है, जिससे तनाव में कमी आती है। दिमाग शांत होने के पीछे की वजह व्रत में तामसिक भोजन का सेवन करना है। तामसिक भोजन के सेवन से दिमाग में शांति का भाव पैदा होता है।
उपवास के दौरान दिमाग बहुत हद तक शांत हो जाता है, जिससे तनाव में कमी आती है। दिमाग शांत होने के पीछे की वजह व्रत में तामसिक भोजन का सेवन करना है। तामसिक भोजन के सेवन से दिमाग में शांति का भाव पैदा होता है।
शरीर से विषाक्त पदार्थ होते है खत्म
व्रत रखने से शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे एक तरह से शरीर की सफाई हो जाती है। इसके अलावा लीवर और पेट को थोड़ा आराम मिल जाता है जो सेहत के लिए अच्छा रहता है।
व्रत रखने से शरीर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे एक तरह से शरीर की सफाई हो जाती है। इसके अलावा लीवर और पेट को थोड़ा आराम मिल जाता है जो सेहत के लिए अच्छा रहता है।
मेमोरी बढ़ती है
ऐसा माना जाता है कि स्वस्थ इंसान यदि हफ्ते में एक दिन का भी उपवास रखे तो उसकी मेमोरी बढ़ सकती है। मेमोरी बढ़ने से सोचने की क्षमता भी बढ़ जाती है।
ऐसा माना जाता है कि स्वस्थ इंसान यदि हफ्ते में एक दिन का भी उपवास रखे तो उसकी मेमोरी बढ़ सकती है। मेमोरी बढ़ने से सोचने की क्षमता भी बढ़ जाती है।