ईडी ने पिता पुत्र के लेनदेन को बनाया मनी लॉन्ड्रिंग : कपिल सिब्बल

नई दिल्ली: मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसते जा रहे पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर कांग्रेस नेताओं के बयान भी आने शुरू हो गये हैं. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के घोटाले के बाद सरकार ने एक-एक करके फ्रॉड की रेस लगाने में मशगूल व्यक्तियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है. कार्ति चिदम्बरम पर पैसों की हेराफेरी करने के साथ ही अपने पिता के पद का दुरूपयोग करके कुछ कम्पनियों को फायदा पहुँचाने का भी आरोप है.सीबीआई

सीबीआई ने कार्ति को सबूत मिटाने का संदेह जाहिर करते हुए पांच दिन पहले उस समय गिरफ्तार कर लिया था जब वो विदेश से चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे थे. सीबीआई की विशेष टीम ने उनको हिरासत में ले लिया है. कोर्ट की तरफ से भी कार्ति रियायत न मिलने की दशा में कांग्रेस की मुश्किलें बढती नजर आ रही हैं. कोर्ट ने आज के फैसले में कहा कि इस नोटिस का जांच और किसी भी अदालत में कार्ति के खिलाफ चल रहे मामलों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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कार्ति ने सोमवार को ईडी की ओर से जारी समन को रद किए जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई थी.

कार्ति की गिरफ्तारी मामले में कोर्ट ने सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी कर इसका जवाब देने के लिए 2 दिन की मोहलत दी है. दूसरी ओर उनके वकील का कहना है कि उन्हें फंसाया जा रहा है. कार्ति की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने दलील पेश करते हुए कहा कि उनके मुवक्किल ने अपने पिता से लिए गये कर्ज का भुगतान समुचित तरीके से किया लेकिन इसे एजंसियों ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बना दिया.

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में कहा गया कि कार्ति ने एक नेता को रकम का भुगतान किया गया, जबकि वो नेता तो उनके पिता ही हैं. चीफ जस्टिस की बेंच ने मंगलवार को दोनों जांच एजेंसियों से 2 दिन में कार्ति मामले में जवाब देने को कहा है.

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मामले की अगली सुनवाई अब 8 मार्च को होगी. सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट उन्हें अंतरिम राहत देने की अपील पर विचार करेगा.

इस मामले में कार्ति के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि पूरे प्रकरण में ईडी ने कोई एफआईआर ही दर्ज नहीं कराई ऐसे में उनकी गिरफ्तारी उचित नहीं.

सीबीआई पिछले 5 दिनों से कार्ति से पूछताछ कर रही है. आज उनकी रिमांड खत्म हो रही है, अगर सीबीआई हिरासत की अवधि और नहीं बढ़ाने की मांग करती है तो ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकती है.

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