
दिलीप कुमार
सीएम योगी गुरूवार को 4 दिवसीय यात्रा पर गोरखपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने होलिका दहन उत्सव समिति की ओर से आयोजित होलिका दहन शोभा यात्रा के अवसर पर वहां मौजूद लोगों को संबोधित कर होली की बधाई दिए थे। उसी चार दिवसीय यात्रा के अंतर्गत आज कार्यवाहक सीएम योगी पारंपरिक भगवान नरसिंह शोभा यात्रा में शामिल होने के लिए घंटाघर पहुंचे।

जहां गोरक्षपीठाधीश्वर और सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में घंटाघर से शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान गोरखपुर के लोगों ने योगी आदित्यनाथ के साथ फूल, गुलाल और रंगों की होली खेली। शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस के द्वारा कड़े इंतजाम किए गए थे। सर्वविदित है कि दो सालों बाद आयोजित हुई इस शोभायात्रा को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। दो सालों से कोरोना संक्रमण के चलते शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जा रहा था।

गौरतलब है कि कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ चार दिवसीय दौरे पर गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे थे। दौरे के तीसरे दिन शनिवार को गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में नरसिंह शोभायात्रा घंटाघर से निकाली जाएगी। गोरक्षपीठ में लोगों को होलिका की भस्म का तिलक लगाकर शोभायात्रा की शुरुआत की गई।
आरएसएस और श्री होलिकोत्सव समिति महानगर द्वारा परंपरागत तरीके से निकाली गई शोभायात्रा को योगी आदित्यनाथ ने संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर कमिशनरी के अंदर 28 में से 27 सीटे भाजपा के राष्ट्रवाद और सुशासन को मिली हैं। राष्ट्रवाद और सुशासन को आगे बढ़ाने के लिए जनता ने हमें यह प्यार दिया है। हर पर्व और त्यौहार हमें अच्छे मार्ग पर चलने का संदेश देता है। अगर भक्त प्रहलाद बुआ का कहना मानकर भक्ति के मार्ग से विचलित हो जाते तो उस खास त्यौहार पर हम उनका स्मरण नहीं करते।
होली में छोटा-बड़ा, बच्चे-बुजुर्ग सभी एक दूसरे से मिलते हैं। हिरण्यकश्यप भी यही चाहता था कि प्रहलाद जो उनका पुत्र है वह भगवान विष्णु को न माने। वह चाहता था भगवान की जगह उसकी पूजा हो। ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देना, राष्ट्र की सत्ता को चुनौती देना, सामान्य नागरिकों की भावनाओं का अनादर करना हिरण्यकश्यप औऱ होलिका की प्रवृत्ति हो सकती है।
लेकिन सामान्य जनमानस तो भक्त प्रहलाद के मार्ग पर चलता है तो नरसिंह भगवान उसका सहयोग करने के लिए हमेशा साथ देते हैं। होली का त्यौहार हमें प्रेरणा देता है कि चुनौती कितनी भी बड़ी क्यों न हो बिना विचलित हुए पथ पर आगे चलना होगा।